हाल ही में सीबीआई ने एक मामले में पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (TMC) के चार मंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया था। इन मंत्रियों में फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर सोवन चटर्जी का नाम शामिल था। जानकारी के मुताबिक इन मंत्रियों को नारद घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। जिसके खिलाफ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जे आवाज उठाई थी। नारदा स्टिंग मामले में ममता बनर्जी ने कोर्ट में याचिका भी दायर की थी। खबर है कि उनकी याचिका पर सुनवाई से पहले ही जज ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया है।
बता दें कि ममता बनर्जी ने कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के नारद स्टिंग केस में हलफनामा दाखिल करने के लिए इजाजत नहीं देने के आदेश को चुनौती दी है। लेकिन सुनवाई से पहले ही जस्टिस अनिरुद्ध बोस ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है। जिसके बाद अब इस मामले को दूरी पीठ को सौंप दिया गया है। बताया जा रहा है कि अब इस मामले की सुनवाई 25 जून को नई बेंच करेगी।
इस दौरान कोर्ट ने कहा कि हमने केस की फाइल अभी नहीं पढ़ी है। इस बीच कलकत्ता हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई फिलहाल नहीं करेगा। इससे पहले कोर्ट ने कहा था कि “मलय घटक द्वारा दायर अपील पर 22 जून को सुनवाई की जाएगी।” बता दें कि टीएमसी मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी सीबीआई कार्यालय पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने अपने मंत्रियों को छोड़ने की मांग रखी थी। बताते चलें कि पूर्व सरकारी कर्मचारी स्टिंग करने वाले शख्स सैमुअल से अवैध रूप से रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। जिसके चलते ही मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया था।