अफगानिस्तान पर तबिलान के कब्जे के बाद से ही भारत सरकार वहां फंसे अपने नागरिकों को वापस लाने पर जोर दे रही है। गौरतलब हैं कि अफगानिस्तान पर 15 अगस्त वाले दिन ही तालिबान काबिज हुआ था। जिसके अगले दिन से ही भारत सरकार ने भारतीयों को देश वापस लाना शुरू कर दिया था। जिसके बाद से मंगलवार तक 800 से अधिक लोगों को दिल्ली ले जाया चुका है। इस बीच देश की सुरक्षा को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय (MEA) और संबंधित अधिकारियों को अहम निर्देश दिए हैं। इस दौरान पीएम ने सभी को सावधान रहने को कहा।
पीएम मोदी ने सभी को सलाह देते हुए कहा कि “विदेश मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और वरिष्ठ अधिकारियों के उच्च-स्तरीय समूह को भारत की प्राथमिकताओं पर ध्यान देना होगा।” बताते चलें कि बीते कुछ दिनों से यह समूह लगातार बैठक कर रहा है और अफगानिस्तान को लेकर चर्चा कर रहा है। जानकारी के मुताबिक भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने एक प्रस्ताव पारित किया है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि “अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल किसी अन्य देश को धमकाने या हमला करने या आतंकवादियों को शरण देने तथा उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए नहीं किए जाना चाहिए।”
राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के इस प्रस्ताव के बाद ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्देश जारी किए। उनके निर्देश के मुताबिक समूह सुनिश्चित कर रहा है कि अफगानी जमीन का भारत के खिलाफ इस्तेमाल ना होने पाए। बता दें कि तालिबान के अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद भारत ने अमेरिका और कई अन्य मित्र देशों के साथ निकासी मिशन को अंजाम दिया। बताते चलें कि पिछले हफ्ते ही भारत दुशांबे से 78 लोगों को वापस लाया था। इन लोगों में 25 भारतीय नागरिक मौजूद थे। इनके अलावा इन लोगों में कई अफगान सिख और हिंदू भी मौजूद थे।