देश में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इस बीच सरकार की ओर से वैक्सीनेशन पर काफी जोर दिया जा रहा है। सरकार देश के हर एक नागरिक को जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लगवाने का दावा कर रही है। बता दें कि देश के हर एक नागरिक को वैक्सीन की दो डोज दी जा रही हैं। जिसमें पहली डोज के बाद कुछ दिनों का गैप किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अब इस अंतराल को कम करने की मांग की जा रही है। लेकिन सरकार की ओर से इसके लिए मना कर दिया गया है। सरकार का कहना है कि हमें किसी भी तरह से कोई जल्दी नहीं करनी चाहिए।
वैक्सीन की 2 डोज के बीच के अंतराल को कम करने की मांग पर बयान देते हुए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि “वैक्सीन की दो डोज के बीच का अंतराल कम करने की तत्काल कोई जरूरत नहीं है। इस तरह के फैसले बहुत ही सावधानी से लिए जाने की जरूरत है। जब हमने वैक्सीन की दो डोज के बीच का अंतराल बढ़ाया था तब हमें उन लोगों को वायरस से होने वाले जोखिम पर विचार करना पड़ा जिन्होंने केवल एक खुराक ली थी। उस दौरान देखा गया कि अगर ऐसा किया गया तो कई लोगों को पहली खुराक मिल जाएगी और इस तरह अधिक से अधिक लोगों की एक सीमा तक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी।”
उन्होंने कहा कि “हमें इन चिंताओं के बीच अपने आपको संतुलित करने की आवश्यकता है। इस मामले में अभी और विचार विमर्श करने की जरूरत है। इस संबंध में अधिक से अधिक जानकारों से सलाह लेने के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकेगा।” बता दें कि देश में इस समय कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण चल रहा है। इस चरण में 18 साल से 44 साल की उम्र तक के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है।