- बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष के पुजारियों की दक्षिणा और तीर्थ यात्रियों के परिधान संबधी बयान के विरोध शुरू हो गया है। चारों धामों के तीर्थ पुरोहित का साफ तौर से कहना है कि बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति को यात्रियों की सुविधाओं और व्यवस्थाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। तीर्थ पुरोहितों ने समिति अध्यक्ष को सस्ती लोकप्रिया हासिल करने के लिए बयानबाजी ना करने की हिदायत भी दी।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष ने कहा कि बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालु गरिमामय परिधान पहनकर दर्शन करें। इसके अलावा उन्होंने यह भी बयान दिया कि इन मंदिरों से जुड़े पुजारी श्रद्धालुओं से दान दक्षिणा न लें। इस पर विचार किया जा रहा है।
अध्यक्ष के बयान का चार धामों के तीर्थ पुरोहितों ने विरोध शुरू कर दिया है । उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि मंदिर समिति के अध्यक्ष अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समिति यात्रियों की सुविधा और व्यवस्था पर ध्यान दें। उन्होंने मंदिर समिति के अध्यक्ष को सलाह दी है कि वे बद्रीनाथ और केदारनाथ तक ही सीमित रहें, उन्हें गंगोत्री यमुनोत्री मंदिर के बारे में बयान बाजी करने की जरूरत नहीं है।
केदारसभा के कार्यकारिणी सदस्य आचार्य संतोष त्रिवेदी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि मंदिर समिति के अध्यक्ष को यह याद रखना चाहिए कि उनकी पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री को तीर्थ पुरोहितों के विरोध का सामना कैसे करना पड़ा था ।उन्होंने कहा कि दक्षिणा लेना तीर्थ पुरोहितों एवं पुजारियों का अधिकार है। उन्होंने कहा इसके विरोध में केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने विरोध शुरू कर दिया है।
दूसरी ओर उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के मीडिया प्रभारी रजनीकांत ने मीडिया में बयान जारी कर कहा कि इसको लेकर जल्दी ही महापंचायत की बैठक आयोजित कर अगली रणनीति बनाई जाएगी।