देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा मंत्री से लेकर शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी शिक्षा व्यवस्था में सुधार के बड़े-बड़े दावे करते हैं। लेकिन, स्थिति यह है कि शिक्षकों पर अधिकारियों का कोई जोर ही नहीं चलता है। आलम यह है कि शिक्षक बगैर बताए ही स्कूलों से नदारद रहते हैं। BEO ने 6 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया।
बिना स्वीकृत अवकाश के स्कूल से नदारद रहने पर खंड शिक्षाधिकारी (BEO) पूजा नेगी दानू ने छह शिक्षकों को निलंबित कर दिया। साथ ही एक प्रधानाचार्य का एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। खंड शिक्षाधिकारी ने बताया कि उन्होंने 23 और फिर 25 नवंबर को स्कूलों का निरीक्षण किया था।
दोनों दिन उच्च प्राथमिक विद्यालय संभरखेड़ा के शिक्षक जयपाल, सरदार सिंह, प्राथमिक विद्यालय संभरखेड़ा के शिक्षक शिव कुमार और गुड्डी, उच्च प्राथमिक विद्यालय दौधा की शिक्षिका मीरा तोमर और उच्च प्राथमिक विद्यालय दौधा की शिक्षिका दीपा चौधरी नदारद मिलीं।
इन छह शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। निरीक्षण के दौरान राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गबेला के प्रधानाचार्य भी बिना स्वीकृत अवकाश के छुट्टी पर थे।
उनका एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षकों के नदारद रहने की पुष्टि ग्रामवासियों, जनप्रतिनिधियों, छात्रों और भोजनमाता ने भी की।
BEO ने बताया कि उन्होंने प्राथमिक स्कूल कोटा क्वानू, मेलौथ, क्वानू मंझगांव का भी निरीक्षण किया। बिना अवकाश नदारद रहने वाले शिक्षकों पर कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। औचक निरीक्षण की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।