देहरादून: पहाड़ समाचार ने पिछले दिनों पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल के फेसबुक लाइव के आधार पर एक खबर प्रकाशित की थी। जिसका सरकार ने संज्ञान लिया और मामले की जांच विभाग के संयुक्त निदेशक के साथ ही मुख्य उद्यान अधिकारी से कराई गई। जांच में विधायक के आरोप और शिकायत पूरी तरह से गलत पाई गई। विभाग का कहना है कि सभी पौध उनके मानकों के अनुरूप तैयार हो रही है। किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है।
विधायक दुर्गेश्वर लाल ने फेसबुक पोस्ट में वीडियो के जरिए आरोप लगाए थे कि राजकीय उद्यान और माली प्रशिक्षण केन्द्र जरमोला में लगाई पौधें सूख गई हैं। क्लाइमेट की जांच भी नहीं गई। उन्होंने अनियमितताओं का भी आरोप लगाया था। साथ ही अधिकारियों से वसूली की मांग भी की थी।
संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ. रत्न कुमार के अनुसार विधायक की शिकायत पर राजकीय उद्यान नर्सरी और पौधा रोपण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनका कहना है कि सभी पौधे और नर्सरी-विभागीय मानकों के अनुरूप तैयार हैं।
उन्होंने ने बताया कि कुलगांव जम्मू-कश्मीर की फर्म ने राजकीय जरमोला उद्यान में अनुबंध के अनुसार 63200 पौध गेलगाला, किंग रोट, जीरो माइन, रेडलव समेत अन्य प्रजाति की नर्सरी और 41 सौ सेब के पौधों का रोपण किया गया। उनके अनुसार 138 पौधे सूखे पाए गए। कुलमिलाकर देखा जाए तो 98 प्रतिशत पौधें पूरी तरह से सही हैं।
सवाल यह है कि विधायक ने किस आधार पर जरमोला राजकीय उद्यान में अनियमितताएं बताई थी। सवाल यह है कि अपनी ही सरकार पर ऐसे गंभीर आरोप कोई विधायक कैसे लगा सकता है? दूसरा सवाल यह है कि क्या सरकार विधायक के उठाए सवालों को दबाना चाहती है?
देखना यह होगा कि अब विधायक दुर्गेश्वर लाल क्या कदम उठाते हैं। फिलहाल सरकार और विभाग ने उनके आरोपों को पूरी तरह से सिरे से खारिज कर दिया है। ऐसे में लोग अब विधायक पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।