देहरादून: प्रदेशभर में पिछले 24 घंटे से लगातार भारी बारिश का सिलसिला जारी है। पहाड़ से मैदान तक जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है। भारी बारिश के चलते जहां लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, नदियों के उफान पर आने से खतरे के डर भी सता रहा है।
इतना ही नहीं भारी बारिश के बीच केदानारथ धाम और बद्रीनाथ धाम के साथ ही पिथौरागढ़ की दरमा घाटी में बफर्मबारी हुई है, जिससे तापमान में तेजी से गिरावट आग गई और ठंड बढ़ गई है। लगातार हो रही बारिश से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में तापमान गिर गया। दोपहर बाद दारमा घाटी के अंतिम गांव सीपू (11820फुट) में अचानक मौसम बदला और हल्की बारिश के साथ बर्फबारी शुरू हो गई।
कुमाऊं में हल्द्वानी से लेकर पिथौरागढ़ तक भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। भारी बारिश के चलते कालाढूंगी, लालकुआं और कोटाबाग क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। नैनीताल समेत अन्य जिलों में स्कूलों की छुट्टिया घोषित की गई थी।
बारिश से पूर्व कोसी नदी का जलस्तर 2000 क्यूसेक था, लेकिन अब भारी बारिश होने से कोसी नदी का जलस्तर 26000 क्यूसेक हो गया है। सिंचाई विभाग ने मैदानी क्षेत्र रामपुर, तड़ियाल, मुरादाबाद और शाहजहांपुर में अलर्ट घोषित किया है।
इसके अलावा कुमाऊं की अन्य नदियों के साथ ही गढ़वाल क्षेत्र में भी नदियां उफान पर हैं। गंगा और यमुना का जलस्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते नदी किनारे रहने वाले लोगों को सकर्त रहने के लिए कहा गया है। प्रशासन लगातार अलर्ट मोड़ पर है। सभी को सकर्त रहने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेशभर में जगह-जगह से लैंड स्लाइड की खबरें सामने आ रही हैं, जिसके चलते कई मार्ग भी बंद हो गई हैं। इसके चलते कई लोग मार्गो में ही फंसे हुए हैं। बंद मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
मौसम विभाग ने राज्य के कुछ जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट और कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यानी सभी जिलों में कम या ज्यादा बारिश होगी. जिन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, उनमें देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर और हरिद्वार शामिल है। वहीं, जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, उनमें उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिला शामिल है।