एक महीने में बिकी 2500 कॉपीज़, ये कहानी है क’लियुग की..

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Jatin Gupta

साल 2019 के ख़त्म होने की तै’यारी के समय ही लॉंच हुई किताब “क’लियुग(Kali yuga: The Ascension)”। यूँ तो साल के अं’त में लोग छुट्टियों के मू’ड में होते हैं और ऐसे में सिर्फ़ नए साल की शुरुआत से जु’ड़ी चीज़ें ही बिकती हैं लेकिन जातीं गुप्ता की लिखी इस किताब ने एक नया रीकॉर्ड बनाया और एक ही महीने में इस किताब की 2500 कॉपीज़ बि’क गयीं।

आख़िर इस किताब में ऐसा क्या है? ये सवाल सबके मन में आना ला’ज़मी है। तो हम आपको बता दें पुराणों में उल्लेख होता है क’लियुग का जिसके बारे में बातें तो कई कही गयी हैं लेकिन फिर भी एक रह’स्य सा ही है। कईयों का कहना है कि क’लियुग अभी चल रहा है और इस समय जिस तरह से प्रकृति का विना’श देखने मिल रहा है उससे ये बात कई बार सही भी लगती है।

आपको बता दें कि ये किसी पौ’राणिक गाथा का नया रूप नहीं है बल्कि पौ’राणिक गाथा को कल्पना के साथ मिलाकर बनी एक ऐसी कहानी है जो आपको बाँ’धे रखती है। यहाँ लेखक जतिन गुप्ता ने एक ऐसी कल्पना की है जिसमें परशु’राम एक गुरु के तौर पर अलग-अलग वंशों को किस तरह साथ लेकर चलते हैं।

आपको ये बता दे कि लेखक जतिन गुप्ता की ये पहली काल्पनिक किताब है जिससे पहले वो सिर्फ़ सेल्फ़ मैनेजमेंट और सेल्फ़ हेल्प बुक्स ही लिखे हैं जिसमें उन्होंने तथ्यों और घ’टनाओं को ही आधा’र बनाया था लेकिन जब उन्हें ये मौ’क़ा मिला तो उन्होंने बता दिया कि वो कल्पनालोक में न सिर्फ़ ख़ुद विच’र सकते हैं बल्कि अपने पाठकों को भी कल्पनालोक की सैर करवा सकते हैं।