अरुणाचल प्रदेश के छात्र संगठन आपसू ने जगद्गुरु शंकराचार्य यात्रा गौ ध्वज यात्रा (गाय सम्मान आंदोलन) को लेकर विवादित बयान देने के साथ ही शंकराचार्य की यात्रा के विरोध का ऐलान किया। गौ ध्वज यात्रा कल शनी 27 सितंबर को ईटानगर राजधानी क्षेत्र में होने वाली है। इतना ही नहीं, स्थानीय अधिकारियों ने भी इस यात्रा पर रोक लगाने की बात कही है।
आपसू छात्र संगठन के नेता ने कहा कि हमारे लिए गाय केवल एक जानवर है। हम केवल हमें जन्म देने वाली माता को ही मां मानते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शंकराचार्य और उनकी टीम यहां पहुंचती है, तो उनका कड़ा विरोध किया जाएगा।
साथ ही यह भी कहा कि जिला प्रशासन को गौ ध्वज यात्रा को सख्ती से रोकना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है, तो आपसू अपने स्तर पर कड़े कदम उठाएगा, जिसकी जिम्मेदारी उनकी नहीं होगा। इस तरह से यात्रा को लेकर शंकराचार्य को खुली चेतावनी दी जा रही है।
गौ ध्वज यात्रा के प्रभारी मुकुन्दानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि अपने देश में शंकराचार्य जी को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। आखिर ये कैसा संविधान है। ये सीधे तौर पर हमारे अधिकार का हनन है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य जी किसी से लड़ने नहीं। बल्कि, संवाद करने आए हैं। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मामले का गंभीरता संज्ञान लेने का अनुरोध भी किया है।