संसद में कृषि कानूनों पर बोले कांग्रेस नेता, किसानों के लिए डेथ वारंट है, धोखे से सरकार ने…

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मोदी सरकार द्वारा जारी किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर के किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। ऐसे में विपक्षी दलों ने भी सरकार को चारों ओर से घेर रखा है। राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सभी ने केंद्र सरकार पर अपनी भड़ास निकाली। इस बीच कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा ने भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने राज्यसभा में पंजाबी भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा कि इन कानूनों के जारी होने से पहले ही मैंने बोला था कि ये कानून देश के किसानों के लिए डेथ वॉरंट है।

उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि “जिस समय सितम्बर में तीन कृषि कानून पर राज्यसभा में चर्चा हो रही थी तभी मैंने ये कहा था कि किसानों के लिए डेथ वारंट है और वो कभी नहीं मानेगा। हमने वोटिंग की मांग की थीं लेकिन, सरकार नहीं मानी। बड़े कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने के लिए धोखे से सरकार ने कानून पास करवा लिया।” इस बीच उन्होंने दिल्ली बॉर्डर्स पर सांसदों को भी जाने से रोकने पर सवाल उठाया।
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बता दें कि इससे पहले गुरुवार को प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात करने जा रहे विपक्षी दलों के सांसदों को पुलिस ने रोक लिया था। जिस को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने भी सरकार पर हमला किया। उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट किया कि “अकाली दल, समान विचारधारा रखने वाली पार्टियों और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों से मिलने जा रहे सांसदों के साथ किसानों पर हो रहे अत्याचारों की निंदा करता है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों से सांसदों तक को मिलने नहीं दिया जा रहा है। यह वास्तव में लोकतंत्र के लिए काला दिन है!”