उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर सियासी तापमान बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल, चुनाव से पहले भाजपा ने राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को सपा का साथ छोड़ भाजपा में आने का प्रस्ताव दिया है। भाजपा के इस प्रस्ताव पर अब जयंत चौधरी ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो पलट जाऊंगा। मैंने सोच समझकर फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि “मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो ऐसा करके पलट जाऊंगा। मैंने सोच समझकर फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश की बहुत सारी समस्या है। हम सत्ता में भी आएंगे, तब भी सारी समस्या खत्म नहीं होगी। हमारी सरकार में नागरिकों के ऊपर लाठी नहीं चलेगी। आप सतर्क रहे, चंद दिन बाकी हैं। अपने बीच नफरत मत पलने देना।” अपनी बात जारी रखते हुए जयंत चौधरी बोले कि “ये परीक्षा की घड़ी है। पांच साल बाद आपको मौका मिल रहा है। भाईचारा जिंदाबाद का नारा हमारा है, लेकिन इससे किसको एलर्जी है आपको पता है। इज्जत मान-सम्मान से खिलवाड़ हो रहा है।”
आरएलडी अध्यक्ष बोले कि “गृहमंत्री ने मुझे कोई आफर नहीं दिया ये अब जोड़तोड़ की राजनीति करना चाहते हैं। बीजेपी के लोग सरकार में मलाई खाने के लिए हैं। चुनाव के बाद बीजेपी जाने की बात निराधार है, मैं दिशा बदलने वाला नहीं हूं। इस तरह का मेरा एक भी बयान नहीं है।” भाजपा के प्रस्ताव को ठुकराते हुए जयंत ने कहा कि “न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए!”