नई दिल्ली, 4 फरवरी: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल पूरे जोश के साथ प्रचार में जुटे हुए हैं, लेकिन इस दौरान एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित हमलों का मुद्दा उठाया है।
केजरीवाल की चुनाव आयोग से चार अहम मांगें
अरविंद केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में दिल्ली चुनाव में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग से चार प्रमुख मांगें रखी हैं:
1. नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में स्वतंत्र चुनाव पर्यवेक्षक (इंडिपेंडेंट इलेक्शन ऑब्जर्वर) नियुक्त किया जाए, ताकि चुनावी प्रक्रिया पर निष्पक्ष निगरानी रखी जा सके।
2. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि वे किसी भी दबाव या हिंसा के भय के बिना चुनाव प्रचार कर सकें।
3. ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को तुरंत निलंबित किया जाए, ताकि निष्पक्षता बनी रहे और प्रशासन पर जनता का भरोसा कायम रहे।
4. हमला करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, ताकि चुनावी माहौल में किसी भी तरह की हिंसा को रोका जा सके।
राजनीतिक दलों के बीच बढ़ रहा आरोप-प्रत्यारोप
चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सियासी टकराव और बढ़ता नजर आ रहा है। ‘आप’ ने भाजपा पर धनबल और बाहुबल के इस्तेमाल का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा ने भी आम आदमी पार्टी पर गलत दावे करने की बात कही है।
इससे पहले भी आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से दिल्ली में निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील की थी। पार्टी ने आरोप लगाया था कि विपक्षी दल चुनाव को प्रभावित करने के लिए प्रशासन और पुलिस का दुरुपयोग कर रहे हैं।