चंद्रशेखर आजाद के गांव जाएंगे PM मोदी, ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री बनेगें

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (9 अगस्त) को स्वतंत्रता सेनानी चंद्र शेखर आजाद के गांव अलीराजपुर जाएंगे। यह मध्यप्रदेश में हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, मोदी ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। दरअसल, पीएम वहां जाकर ‘याद करो कुर्बानी’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम के द्वारा केंद्र सरकार आजादी के 70 सालों का जश्न मना रही है। इसका मकसद ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के 74 साल पूरे होने का जश्न मनाना भी है। चंद्र शेखर आजाद का जन्म अलीराजपुर जिले के भाबरा में हुआ था। यह आदिवासी बहुल इलाका है। मोदी भाबरा से करीब 10 किलोमीटर दूर झोतराड़ा गांव पहुंचेंगे और वहां एक सभा को संबोधित करेंगे।
इंदौर के डिविजनल कमिशनर संजय दुबे ने इस तथ्य की पुष्टि करते हुए PTI को बताया था कि देश को 1947 में स्वतंत्रता मिलने के बाद से अब तक कोई भी प्रधानमंत्री भाबरा में आजाद की जन्मस्थली नहीं पहुंचा है। मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री होंगे, जो वहां पहुंचेंगे।
प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार ने अमर शहीद के सम्मान में भाबरा का नाम बदलकर ‘चंद्रदशेखर आजाद नगर’ कर दिया था। इसके साथ ही, इस कस्बे के जिस मकान में 23 जुलाई 1906 को आजाद का जन्म हुआ था, उसे स्मारक के रूप में विकसित कर ‘आजाद स्मृति मंदिर’ का नाम दिया था। इस स्मारक में छोटा सा संग्रहालय भी है जिसमें आजाद के जीवन की चित्रमय झलकियां पेश की गयी हैं।
भाजपा के प्रदेश महासचिव अरविंद भदोरिया ने कहा, ‘नौ अगस्त भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि यह हमें देश की कठिनाई की गंभीरता के साथ ही क्रांतिकारी नेताओं की ओर से दिये गए बलिदान की लंबी श्रृंखला भी की याद दिलाता है।यह प्रसन्नता की बात है कि प्रधानमंत्री इस मौके पर अलीराजपुर जिले में आजाद के जन्मस्थान भाबरा में ‘आजादी 70, याद करो कुर्बानी’ अभियान शुरू कर रहे हैं।’
अभियान के तहत नौ से 14 अगस्त तक केंद्रीय मंत्री भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े स्थानों विशेष तौर पर शहीद नेताओं के जन्मस्थान का दौरा करेंगे। इसके अलावा 16 से 22 अगस्त तक स्वतंत्रता संघर्ष की स्मृति में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, जैसे तिरंगा यात्रा, कैंडल मार्च और रक्षाबंधन त्योहार। भदोरिया ने कहा, ‘प्रधानमंत्री की ओर से संबोधित किये जाने वाले कार्यक्रम में करीब दो लाख लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है जिसमें अधिकतर आदिवासी होंगे। इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किये गए हैं।’’
इस बीच झाबुआ सीट से कांग्रेस के सांसद कांतिलाल भूरिया ने एक बयान में आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम आयोजित करने के नाम पर भाजपा ने स्वतंत्रता संघर्ष में कांग्रेस के योगदान को नजरंदाज करते हुए इसे भगवा रंग दे दिया है।