PM मोदी ने की युवकों से अपील, अब भारत में भी ट्विटर और फेसबुक जैसे…

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हाल ही में लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी में भारत चीन के सैनिकों के बीच वि’वाद को लेकर भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप्स को बै’न कर दिया है। जिसके चलते हुए भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐप्स के मामले को लेकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने में जुट गए हैं। बता दें कि प्रधान मंत्री द्वारा शनिवार को स्टार्ट-अप और तकनीकी क्षेत्र के लोगों को आ’त्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज में भाग लेने के लिए इन्वाइट किया है। भारत में चीनी ऐप्स बै’न होने के बाद भारत के प्रधान मंत्री ने देश के युवकों को बोला कि वह फेसबुक, ट्विटर और टिकटॉक जैसे भारतीय ऐप बनाएं। और साथ ही उन्होंने कहा कि वो भी उन्हें ज्वाइन करेंगे। प्रधान मंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा कि “आज मेड इन इंडिया ऐप्स बनाने के लिए तकनीकी और स्टार्टअप कम्युनिटी के बीच अपार उत्साह है।

एक सरकारी बयान के मुताबिक बताया जा रहा है कि भारत में चीनी ऐप्स के बैन होने के बाद प्रधान मंत्री ने ‘आ’त्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज’ की शुरुआत की है। जिनमें अपनी-अपनी श्रेणियों में विश्वस्तरीय ऐप बनने की क्षमता और स्तर है। उन्होंने लिंक्डइन पर एक लेख में कहा, “कौन जानता है कि मैं भी आपके बनाए कुछ ऐप का इस्तेमाल कर सकता हूं।” प्रधान मंत्री ने लिंक्डइन की पोस्ट के लिंक को साझा करते हुए ट्वीट किया कि, “उनके विचारों और उत्पादों को स्थान देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, अटल नवप्रवर्तन मिशन के साथ मिलकर ‘आ’त्मनिर्भर भारत ऐप नवप्रवर्तन चुनौ’ती’ को शुरू कर रहा है।” बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने लोगों से ‘आ’त्मनिर्भर भारत’ बनाने की बात कही थी और लोगों से इस बात पर ज़ोर देने को भी कहा। उन्होंने कहा कि “ऐप नवोन्मेष चुनौ’ती उन लोगों के लिए है जिनके पास ऐसा कोई उत्पाद है या उन्हें लगता है कि उनके पास ऐसे उत्पाद बनाने की सोच और विशेषज्ञता है।” साथ ही अपने  ‘लेट अस कोड फॉर एन आ’त्मनिर्भर भारत’ में कहा, “मैं प्रौद्योगिकी क्षेत्र के अपने सभी मित्रों से इसमें भाग लेने का आग्रह करता हूं।”
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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “भारत में एक गतिशील प्रौद्योगिकी और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र है जिसने भारत को राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गौरवान्वित किया है।” साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि “देश के युवाओं ने सभी क्षेत्रों में तकनीकी समाधान मुहैया कराने में श्रेष्ठ काम किया है। कोविड-19 महामा’री ने बड़ा अवरो’ध भी पैदा किया है, जिससे प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से निपटा जा रहा है। इन दिनों हम स्टार्ट-अप और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र में स्वदेशी ऐप के बारे में नयी सोच के साथ काम करने, उन्हें विकसित करने और प्रचारित करने के लिए बड़ी दिलचस्पी और उत्साह देख रहे हैं।”

साथ ही पीएम ने लिखा कि “आज जब पूरा देश आ’त्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में काम कर रहा है, तो उनके प्रयासों को दिशा देने, उनके परिश्रम को गति प्रदान करने और प्रतिभा को मार्गदर्शन देने का सही अवसर है ताकि वे ऐसे ऐप विकसित कर सकें जो हमारे बाजार को संतुष्ट करें और साथ ही दुनिया से स्पर्धा करें।” उन्होंने कहा कि मुश्कि’लें दो तरह से है। एक तो मौजूदा ऐप्स का प्रचार करना और दूसरा नए ऐप्स को बनाना। उन्होंने कहा कि “क्या हम ऐप के माध्यम से परंपरागत भारतीय खेलों को और अधिक लोकप्रिय बनाने के बारे में सोच सकते हैं? क्या हम प्रशिक्षण, गेम के लिए सही आयु वर्ग के लिहाज से लक्षित पहुंच वाले ऐप विकसित कर सकते हैं? क्या हम लोगों को पुनर्वास में या परामर्श देने के लिए गेम वाले ऐप विकसित कर सकते हैं? ऐसे कई सवाल हैं और रचनात्मक तरीके से केवल प्रौद्योगिकी इनका जवाब दे सकती है।” साथ ही पीएम ने कहा कि हम मिल कर सारी मुसीबतों का सामना करेंगे।