केंद्र की छोटी से छोटी हरकत पर विपक्ष की नजर है और विपक्ष केंद्र पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है। हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेगासस जासूसी मामले में केंद्र के खिलाफ आवाज उठाई थी। इस मामले को लेकर संसद में लगातार गतिरोध जारी है। जिसका प्रभाव मानसून सत्र पर पड़ रहा है। सूत्रों के मुताबिक अगर संसद में ऐसा ही माहोल बना रहा तो मानसून सत्र जल्दी ही खत्म हो सकता है। जानकारी के मुताबिक मामलों को संभालने के लिए विपक्षी दल एक बैठक करेंगे। ये बैठक मंगलवार को सुबह 10 बजे कांग्रेस के राहुल गांधी के नेतृत्व में होगी।
विपक्ष का कहना है कि “पेगासस राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है जिस पर सरकार को स्पष्ट बात करनी होगी।” बताते चलें कि पेगासस और कई अन्य मुद्दों के कारण संसद का काफी वक्त बर्बाद हुआ है जिसकी वजह से मानसून सत्र चलाना काफी मुश्किल हो रहा है। शनिवार को मिली जानकारी में सूत्रों ने कहा है कि “अब तक संसद की कार्यवाही कुल निर्धारित 107 घंटे में से सिर्फ 18 घंटे ही चल पाई। इस व्यवधान से करदाताओं के 133 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। 19 जुलाई से आरंभ हुए संसद के मानसून सत्र में अब तक करीब 89 घंटे हंगामें की भेंट चढ़ चुके हैं।”
बताते चलें कि मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हुआ था और ये 13 अगस्त तक चलना है। लेकिन अगर संसद में ऐसा ही माहोल रहा तो इसको जल्दी खत्म किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि “लोकसभा को 54 घंटों में से सात घंटे से भी कम चलने दिया गया। राज्ययभा को 53 घंटों की अवधि में से 11 घंटे ही चलने दिया गया है। संसद अब तक 107 घंटे के निर्धारित समय में से सिर्फ 18 घंटे (16.8 प्रतिशत) ही चल पाई है।” उन्होंने बताया कि इस दौरान सरकार को 133 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है।