राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) की शुरुआत 9 सितंबर से हो चुकी है। आज G20 शिखर सम्मेलन का दूसरा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 की शुरुआत होने से पहले मोरक्को में आए भूकंप में हुई कई लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। 10 सितंबर तक चलने वाले इस समिट के लिए दिल्ली में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेहमानों के स्वागत और उनकी सुरक्षा के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। इस खास सम्मेलन के दौरान दुनियाभर की नजरें भारत पर हैं।
वहीं, G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार (8 सितंबर) को भी विभिन्न देशों के जनप्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। PM मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, मॉरीशस के पीएम प्रविंद कुमार जुगनाथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता में शामिल हुए।
यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत में G20 के समापन पर रिकॉर्ड जलवायु सहायता प्रतिबद्धता की घोषणा की। यूके ग्रीन क्लाइमेट फंड को 2 बिलियन डॉलर प्रदान करेगा जो दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए यूके द्वारा की गई सबसे बड़ी एकल फंडिंग प्रतिबद्धता है। यूके ग्रीन क्लाइमेट फंड (जीसीएफ) में £1.62 बिलियन ($2 बिलियन) का योगदान देगा, जिसे COP15 में कोपेनहेगन समझौते के बाद 194 देशों द्वारा स्थापित किया गया था। इसकी जानकारी भारत में ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा साझा की गई है।
इसके साथ ही G20 शिखर सम्मेलन में, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने नेताओं से इस दिसंबर में COP28 शिखर सम्मेलन से पहले एक साथ काम करने का आह्वान किया है ताकि वे अपने देशों के कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकें और जलवायु परिवर्तन के परिणामों से निपटने के लिए कमजोर अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन कर सकें। G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आए हुए यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर दर्शन के लिए आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के प्रधानमंत्री ली कियांग, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, अन्य राष्ट्राध्यक्षों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा और पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के प्रधानमंत्री ली कियांग, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अन्य राष्ट्राध्यक्ष और सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि और पुष्पांजलि अर्पित की। महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का स्वागत किया।
G-20 रात्रिभोज पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “G 20 भारत का गर्व का क्षण है। प्रधानमंत्री के अगुवाई में पहली बार दक्षिण अफ्रीका को स्थाई सदस्यता मिली। इसके साथ साझा घोषणा पत्र भी पारित हुआ है। यह एक एतिहासिक क्षण था और भारत के लिए महिमामंडित वाला समय था। हम सब भारत के लोग प्रधानमंत्री के लिए गर्व महसूस करते हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे। UK के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे, राजघाट पहुंचने के क्रम में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे।
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के प्रधानमंत्री ली कियांग महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे। तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे।
महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए सभी देशों के राष्ट्रीयअध्यक्ष एक-एक कर राजघाट पहुंच रहे हैं। इस क्रम में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ भी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए दिल्ली के राजघाट पहुंचे।