नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने माना है कि लखीमपुर खीरी में जिस कार ने किसानों को कुचला वो उन्हीं की है लेकिन कह रहे हैं कि वे या उनका बेटा घटना के वक़्त मौजूद नहीं हे. आशीष मिश्रा लेकिन यहीं नहीं रुके. बजाय कोई समझदारी की बात करने के मिश्रा ने कहा कि ये लोग किसान के बीच छुपे हुए चरमपंथी हैं.
अजय मिश्रा ने एक प्राइवेट चैनल से बातचीत में कहा,”पहले दिन से ही हम इस बारे में स्पष्ट है कि वह Thar (वाहन) हमारी है, यह हमारे नाम पर दर्ज है. यह वाहन, कुछ कार्यकर्ताओं को लेकर किसी को लेने के जितए जा रहा था. मेरा बेटा दूसरे जगह पर था. सुबह 11 बजे से शाम तक, वह एक अन्य इवेंट को आयोजित कर रहा था. मेरा बेटा वहां मौजूद था, वहां हजारों की संख्या में लोग थे. इसके फोटो और वीडियो भी हैं. यदि आप उसका कॉल रिकॉर्ड और CDR, लोकेशन जानना चाहते हैं….तो सब चेक कर सकते हैं. हजारों लोग यह हलफनामा देने को तैयार है कि आशीष मिश्रा वहां(दूसरे आयोजन में) था.”
उन्होंने कहा, ‘जहां तक वाहन की बात है तो मेरा ड्राइवर मारा गया, दो कार्यकर्ता भी मारे गए जबकि एक कार्यकर्ता बच गया. तीन कार्यकर्ता घायल हुए हैं, इसके बाद कार वहीं रुक गई थी. बाद में कार को धक्का दिया गया और इस वाहन और एक अन्य फार्च्यूनर को आग के हवाले कर दिया गया. यह लोग किसान नहीं हो सकते. ये किसानों के बीच छुपे हुए चरमपंथी हैं. ‘ उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभी तक इस मामले में आरोपी को गिरफ़्तार नहीं किया है.