चार धाम यात्रा के शुरू होने से पहले ही उत्तराखंड में हर धाम के लिए आने वाले लोगों की संख्या सीमित कर दी गई थी। जानकारों की माने तो पहले 45 दिनों में हर रोज बद्रीनाथ धाम के दर्शन के लिए 15000 यात्रियों की संख्या सीमित की गई थी। वहीं, केदारनाथ के दर्शन के लिए हर दिन 12 हजार लोगों को दर्शन करने की अनुमति थी। इसके अलावा गंगोत्री पर ये संख्या 7 हजार सीमित की गई थी। लेकिन जब यात्रा शुरू हुई तो ऐसा कुछ भी नहीं देखा गया। पहले ही दिन हजारों की तादाद में लोग वहां पहुंचे।
शुकवार 6 मई को सुबह 6.15 बजे केदारनाथ के कपाट खुले और कपट खुलते ही यहां भारी संख्या में लोग नजर आए। अंदाजा अनुसार आज सुबह केदारनाथ के दर्शन करने करीब 35,000 लोग पहुंचे। इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा एक बयान जारी किया गया था। जिसमें कहा गया था कि चार धाम यात्रा के लिए किसी भी कपट पर यात्रियों की संख्या सीमित नहीं की गई थी। उन्होंने कहा था कि “ऐसी कोई लिमिट तय नहीं की गई, श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए आगे इस पर कोई फैसला होगा।”
जानकारी के अनुसार केदारनाथ धाम और उसके आसपास होटलों व धर्मशालाओं आदि सभी स्थानों को मिलाकर यहां केवल 10,000 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। ऐसे में लोगों के लिए यहां रहना काफी मुश्किल होगा। ऐसे में यहां खाने को लेकर भी परेशानी होने की संभावना है। लोगों की इस भीड़ को देखते हुए यहां होटलों के कमरों के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। अब यहां कमरों का किराया 10 से 12 हजार के करीब पहुंच चुका है।