वाराणसी : जम्मू से माता वैष्णों देवी का दर्शन कर त्रिदिवसीय प्रवास के बाद दिल्ली होते हुए से परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज अविमुक्तेश्वरानंद काशी पहुंचे। जहां उनका भक्तों ने जयकारों और फूल मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया।
शंकराचार्य जी के मीडिया प्रभारी ने बताया कि पूज्यपाद शंकराचार्य महाराज का बाबतपुर एयरपोर्ट पर वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश उपाध्याय, सतीश अग्रहरी,चांदनी चौबे के नेतृत्व में भक्तों ने स्वागत किया। बाबतपुर शंकराचार्य जी महाराज सोनारपुरा चौराहे पहुंचे जहां उपस्थित सन्तों व भक्तों के भारी भीड़ ने डमरू के थाप पर पुष्पवर्षा व जयकारे के साथ उनका स्वागत व वंदन किया।
सोनारपुरा से हरिश्चंद्र मार्ग होते हुए पूज्य महाराज जी रामानंद भवन (मोक्षायतयन) पहुंचे, जहां उनका चरण पादुका पूजन हुआ। जिसके अनन्तर पूज्यश्री श्रीविद्यामठ पहुचे। जहां ब्रह्मचारी भृतानंद सहित अनेकों वैदिक विद्वानों ने पुनः उनका चरणपादुका पूजन किया।
श्रीविद्यामठ में उपस्थित संतों भक्तों को अपना आशीष प्रदान किया। एक प्रश्न के उत्तर में पूज्यश्री ने कहा कि धर्म का मेरुदंड काशी नगरी शुरू से सम्पूर्ण विश्व का मार्गदर्शन करती रही है। काशीवास का सौभाग्य विरले ही प्राप्त होता है। काशीवासियों को दृढ़ता से धर्म का पालन कर अपने जन्म को सफल बनाना चाहिए।
समस्त कार्यक्रम में प्रमुख से साध्वी पूर्णम्बा दीदी,साध्वी शारदम्बा दीदी, ज्योतिर्मठ के मुख्य कार्याधिकारी चन्द्रप्रकाश उपाध्याय, मीडिया प्रभारी सजंय पाण्डेय, डॉ. गिरीश चन्द्र तिवारी,बसंत राय भट्ट,यतींद्र चतुर्वेदी,हजारी कीर्ति शुक्ला,हजारी सौरभ शुक्ला,सुनील शुक्ला,सतीश अग्रहरी,अशोक शाहू,अभय शंकर तिवारी, क्षण शास्त्री, सुनील उपाध्याय,राकेश पाण्डेय, जंतलेश्वर यादव, सदानंद तिवारी,आशीष गुप्ता,किशन जायसवाल,विवेक पाण्डेय,संदीप राय,सावित्री पाण्डेय,नीलम दुबे,लता पाण्डेय,अजित मिश्रा,मनोज सोलंकी,अमित तिवारी, रास शुक्ला आदि लोग सम्मलित थे।