IIT Madras बना कोरोना का गढ़, छात्रों ने ठहराया प्रशासन को ज़िम्मेदार..

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कोरोनावायरस का कहर शुरुआत से ही लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सरकार द्वारा बहुत से एहम फैसले लिए गए थे। जिसमें सबसे एहम फैसला स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का था। हालांकि इससे बच्चों की शिक्षा का काफी नुक़सान हुआ लेकिन वह इस संक्रमण से सुरक्षित रहे। लेकिन अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कुछ राज्य सरकारों ने स्कूल और कॉलेजों को खोलने का फैसला लिया। जिसमें से एक आईआईटी मद्रास (IIT Madras) भी है।

अब खबर है कि आईआईटी मद्रास में फिर एक बार कोरोनावायरस का कहर बढ़ रहा है। जिसके कारण आईआईटी मद्रास (IIT- Madras) ने अपने कई विभागों, सेंटर्स, लैब और लाइब्रेरी को बंद कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक इस महीने यहां करीब 71 छात्रों को कोरोना से संक्रमित पाया गया है और करीब 700 छात्रों की टेस्टिंग अभी भी की जा रही है। बढ़ते संकट को देखते हुए सभी फैकल्टी और छात्रों को अपने घरों से काम करने को कहा गया है। इस दौरान छात्रों ने बढ़ते संकट का ज़िम्मेदार वहां की प्रशासन को ठहराया।

छात्रों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वहां केवल एक मेस खोलने के कारण ही ये संक्रमण तेज़ी से फैला है। छात्रों ने कहा कि “मेस में खाते वक्त कोई मास्क तो लगाए नहीं रह सकता। ऐसे में वहां लोगों की भीड़ इस संक्रमण को फैलाने में मददगार साबित हुई।” जिसके बाद अब सभी की टेस्टिंग की जा रही है और हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्रों को पैक किया हुआ भोजन खाने को दिया जा रहा है। वहीं एक सीनियर हेल्थ अधिकारी ने बताया कि “घबराने की जरूरत नहीं है हम लोग संस्था के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। रोक लगने के बाद से ही हम लोगों को इन बातों की आशंका थी।”