भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच ग्राहम रीड ने कहा है, कि वह इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रखें। और आत्ममुग्धता से बचें। हम किससे खेल रहे हैं, यह मायने नहीं रखता। हमारे तेवर आक्रामक ही होंगे। लेकिन हम विरोधी का सम्मान करके खेलेंगे।
ग़ौरतलब है कि भारतीय टीम ने जून में भुवनेश्वर में पुरुष हॉकी सीरीज़ का फाइनल जीता था। और अगस्त के महीने में टोक्यो में ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट जीता था। इसके साथ बेल्जियम दौरे पर भी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मेज़बान और स्पेन के ख़िलाफ़ अपने सारे मैच जीते। कोच ग्राहम रीड का कहना है कि दौड़ने, प्रयासों, रफ़्तार, और ऊर्जा में कोई कमी नहीं थी।
पिछले विश्वकप की तुलना में यह बेहतर प्रदर्शन रहा है। कोच रीड ने कहा कि गेंद पर नियंत्रण और संयोजन अच्छा था। अब इसी दिशा में प्रदर्शन बरक़रार रखना है। अप्रैल 2019 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच का पदभार संभालने वाले ग्राहम रीड ने कहा कि फीफा के क्वालीफायर मैच में उनकी टीम का फोकस बेसिक्स सही रखने पर होगा। बता दें कि कोच ग्राहम रीड भारतीय हॉकी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन से बहुत ख़ुश हैं। और उन्होंने इच्छा जताई है कि रूस के ख़िलाफ़ आगामी ओलंपिक क्वालीफायर में उनके खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।