दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच घमासान युद्ध जारी है। दोनों पार्टियों के नेता लगातार एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। अब खबर मिली है कि दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। जहां एक तरफ़ आम आदमी पार्टी के विधायक महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दे रहे हैं तो दूसरी ओर भाजपा के विधायक विधानसभा परिसर के अंदर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव की प्रतिमाओं के पास धरना दे रहे हैं। दोनों ही पार्टियों के नेता लगातार एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के उपराज्यपाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उनका कहना है कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष पद पर रहते हुए सक्सेना ने 1,400 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। आप के विधायक सक्सेना के खिलाफ जांच की मांग का रहे हैं। इसके साथ ही आप ने कहा है कि “पीएम मोदी को एलजी द्वारा कथित भ्रष्टाचार के बारे में पता था, लेकिन फिर भी उन्होंने उन्हें इस पद पर नियुक्त किया।”
आप के आरोपों के अनुसार केवीआईसी में काम करने वाले कैशियर ने प्रधानमंत्री कार्यालय को स्पष्ट रूप से लिखा था कि सक्सेना ने उन पर करोड़ों के पुराने नोट बदलने के लिए दबाव डाला है। लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई भी जांच नहीं की गई है। वहीं दूसरी ओर भाजपा की मांग है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को पद से हटाया जाए। इसके साथ ही भाजपा विधायकों ने आप के खिलाफ बदला लेने का आरोप लगाया।
इस धरने को लेकर भाजपा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बयान में कहा कि “पार्टी विधायक इसलिए भी धरने पर बैठने के लिए मजबूर हुए हैं क्योंकि विधानसभा में उनकी बात नहीं सुनी गई है। भाजपा के सभी आठ विधायक सोमवार और शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए थे क्योंकि उन्हें दोनों दिन सदन से बाहर कर दिया गया था।”