कोरोनावायरस के कारण बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था संभालने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकार ने बुधवार को नए आर्थिक पैकेज ‘आत्मनिर्भर भारत 3.0’ की घोषणा की है। जिसके चलते बताया जा रहा है कि ये पैकेज देश में रोजगार बढ़ने के लिए जारी किया जा रहा है। इस पैकेज के जरिए कोरोना काल में भी नौकरियां पैदा हो सकेंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि “पहले चरण में घोषित Emergency Credit Line Guarantee Scheme (ECLGS 1.0) को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाया जा रहा है। यह स्कीम पूरी तरह से सुरक्षित गारंटी देती है और कॉलेटरल फ्री है।”
उन्होंने बताया कि “यह स्कीम दबाव में चल रहे सेक्टरों को राहत देने लॉन्च की गई थी. कामत समिति की ओर से जिन 26 सेक्टरों की पहचान की गई है, उन्हें इसके तहत मदद दी जाएगी।” बता दें कि संगठित क्षेत्र में ईपीएफओ में रजिस्टर्ड कंपनियों में 15,000 से कम सैलरी पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा और साथ ही 1 अक्टूबर से रिक्रूट होने वाले कर्मचारी भी अगले 2 साल तक इसका लाभ उठा सकेंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि “पिछले 10-15 दिनों में कई संकेतकों ने दिखाया है कि इकोनॉमी में रिकवरी हो रही है। अर्थव्यवस्था के अलग-अलग सेक्टरों में भी राहतभरा प्रदर्शन देखा जा सकता है। जैसे कि बैंक क्रेडिट 5.1 फीसदी बढ़ा है। शेयर मार्केट रिकॉर्ड टाइम पर हाई है. कोविड के मामले में गिरावट आई है।” गौरतलब है कि कोविड 19 की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से खरब हो गई थी। जिसके बाद अब सरकार धीरे धीरे उसके सुधार के लिए कदम बढ़ा रही है।