भारत में पहली बार बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Multidimensional Poverty Index-MPI) रिपोर्ट जारी की गई है। जिसको देखने के बाद सब लोग हैरान हैं। शनिवार को रिपोर्ट सामने आने के बाद राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है। दरअसल, ये रिपोर्ट सामने आने के बाद विपक्ष को एक बार फिर भाजपा को निशाना बनाने का मौका मिल गया है। बता दें कि इस लिस्ट में देश के 5 सबसे ज्यादा गरीब राज्यों के नाम सामने आए हैं और इन पांच राज्यों में 4 बीजेपी शासित राज्य हैं। जिसको लेकर अब भाजपा को निशाना बनाया जा सकता है।
आयोग द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक गरीबों की आबादी के लिहाज से इनमें उत्तर प्रदेश सबसे टॉप पर है। यानी देश में उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा आबादी गरीब है। रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 37.79 प्रतिशत आबादी गरीबी में रह रही है। गौरतलब हैं कि 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश की आबादी करीब 20 करोड़ है। वहीं, इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर बिहार का नाम है। बिहार की तकरीबन 51.91 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है। यानी नीतीश कुमार की सरकार में बिहार में करीब 5.4 करोड़ आबादी गरीबी में जीवन बसर कर रही है।
इसके अलावा इस लिस्ट में बीजेपी शासित झारखंड का नाम भी है। झारखंड में 42.16 प्रतिशत आबादी गरीब है। वहीं, इस सूची में चौथे स्थान पर मध्य प्रदेश है। रिपोर्ट्स की माने तो मध्य प्रदेश है की करीब 36.65 प्रतिशत आबादी गरीब है। इसके अलावा मेघालय पांचवें स्थान पर है और यहां की 32.67 प्रतिशत आबादी करीबी का सामना कर रही है। इन राज्यों के अलावा केरल में 0.71 प्रतिशत, गोवा में 3.76 प्रतिशत, सिक्किम में 3.82 प्रतिशत, तमिलनाडु में 4.89 प्रतिशत और पंजाब में 5.59 प्रतिशत आबादी गरीब है। हालांकि इस लिस्ट में अभी भी कई नाम और भी शामिल हैं।