उत्तराखंड के विकास एवं अन्य मुद्दों से जुड़े तमाम प्रस्तावों पर विचार-विमर्श और सहमति देने के मकसद से मंगलवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है।
इसमें मुख्य तौर पर निकायों के एक हजार कर्मचारियों को नियमित करने का प्रस्ताव भी शामिल है। इसके अलावा श्रीनगर में जागर महाविद्यालय को खोलने की सहमति भी बैठक में बनने की पूरी उम्मीद है। इसके अतिरिक्त पर्यटन एवं राज्य कर्मचारी कल्याण नियम की नियमावली से संबंधित प्रस्ताव भी कैबिनेट की बैठक में आएंगे।
मंगलवार को दिन में साढ़े ग्यारह बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। सूत्रों के मुताबिक इसमें सबसे अहम प्रस्ताव शहरी विकास विभाग की ओर से करीब एक हजार तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को नियमित करने संबंधी है। शहरी विकास विभाग से संबंधित विभिन्न नगर निकायों के अध्यक्षों ने मनमाने तरीके से समूह ग और घ के करीब एक हजार कर्मचारियों की नियुक्ति कर ली है।
ऐसे में तमाम दौर की चर्चाओं के बाद इन कर्मचारियों विनियमितीकरण नियमावली-2013 के तहत नियमित करने का प्रस्ताव है। गौरतलब है कि इन एक हजार कर्मचारियों में अकेले चतुर्थ श्रेणी के 856 कर्मचारी हैं।
शहरी विकास विभाग ने इन सभी पदों को नियमित करने संबंधी प्रस्ताव गोपन को भेजा है। वहीं श्रीनगर में जागर महाविद्यालय खोले जाने की मांग पर कुछ समय पूर्व मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था।
उत्तराखंडी परंपरा के तहत जागर एक तरह के लोकगीत हैं, जिनकी धार्मिक महत्ता होती है। विभिन्न मौकों पर ये लोकगीत गाए जाते हैं।
राज्य की इस परंपरा को बढ़ावा देने के मकसद से इस संबंध में भी एक प्रस्ताव संस्कृति विभाग की ओर से जागर महाविद्यालय खोलने जाने संबंधी प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त कई अन्य विभागों के महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी बैठक में रखे जाएंगे।