टीम इंडिया के लिए महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसे कप्तान रहे हैं, जिन्होंने टीम को न सिर्फ ट्रॉफियां जिताई हैं, बल्कि उन्होंने टीम इंडिया के लिए एक से बढ़कर एक खिलाड़ी को चुना है। साल 2007 में एमएस धोनी ने भारत को पहली बार टी20 विश्व कप जीताया था। तबसे ही धोनी को भारत के सबसे सफल कप्तानों में गिना जाने लगा था। बता दें कि धोनी के कुछ फैसले ऐसे हैं, जिनको आज पूरा भारत पसंद कर रहा है। जिसमें से एक फैसला उन्होंने साल 2016 में लिया था।
बता दें कि साल 2016 में हार्दिक पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। इस दौरान अगर धोनी कोई गलत फैसला लेते तो शायद आज दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर में से एक हार्दिक पांड्या आज टीम इंडिया के लिए नहीं खेलते दिखाई देते। गोरतलब हैं कि साल 2016 में जब हार्दिक पांड्या ने डेब्यू किया था तब वह काफी घबराए हुए थे। उन्होंने अपने पहले ही ओवर में पांच वाइड फेंकी थी, जिसके चलते उन्होंने अपने इस ओवर में कुल 19 रन दिए थे।
हार्दिक बताते हैं कि इस ओवर को फेकने के बाद उन्होंने सोच लिया था कि यह उनका पहला और आखरी इंटरनेशनल मुकाबला है। लेकिन फिर धोनी ने उनके ऊपर यकीन करते हुए उनसे एक और ओवर करवाया। इस दौरान भी उन्हें अपनी दूसरी गेंद पर छक्का खाया। लेकिन उन्होंने इस ओवर की आखरी गेंद पर ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी क्रिस लिन को आउट कर दिया और खुशी से झूमते हुए उनके पास चले गए। जिसको देख धोनी ने उनको फटकारा।
धोनी ने उनसे कहा कि “ऐसा तुम आखिरी बार कर रहे हो।” इसके बाद से आज तक पांड्या ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। पांड्या आज दुनिया के सबसे बड़े गेम चेंजर माने जाते हैं और इस बार टी20 विश्व कप के लिए उनको टीम इंडिया का सबसे अहम खिलाड़ी माना जा रहा है। बीते कुछ समय में हार्दिक ने ऐसे मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलाई है, जिसमें टीम का जीतना काफी मुश्किल था और अब दर्शकों को उनके इस ही प्रदर्शन का इंतजार है।