कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत में पूरी तरह से तबाही मचा रखी है। भारत के हर राज्य में संक्रमण का खतरा देखा जा सकता है। सभी राज्यों में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले देखे गए हैं। बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार के पास सिर्फ एक ही हतियार है। इस मुश्किल दौर में वैक्सीन को ही इकलौता हतियार माना जा रहा है। लेकिन अब देश के राज्य राज्यों में वैक्सीन की किल्लत होने लगी है। एक स्टडी के दौरान खुलासा हुआ है कि कोरोना की वैक्सीन लगवाने वाले 97.38 प्रतिशत लोग कोरोना से सुरक्षित हैं।
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने ये बड़ा खुलासा किया है। शनिवार को अस्पताल ने वैक्सीन लगवाने के बाद संक्रमित हुए लोगों की संख्या सामने रखी। जिसके चलते उन्होंने बताया कि कोरोना का टीका लगवाने के बाद लोगों को संक्रमण का खतरा बहुत कम है। जो लोग कोरोना की वैक्सीन लगवा चुके हैं। उनमें से ज्यादा लोग संक्रमित नहीं पाए जा रहे। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि अस्पताल ने ये भी बताया कि अगर वैक्सीन लेने के बाद लोग संक्रमित हो रहे हैं तो उनको आइसीयू में भर्ती करने की नौबत नहीं आ रही।
अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अनुपम सिब्बल ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन लेने के बाद महज 0.06 फीसद लोगों को ही अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि “भारत में टीकाकरण अभियान के बीच, कोविड -19 की दूसरी लहर में मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है. टीका लगाने के बाद भी कुछ लोग संक्रमित हो रहे हैं। जिसे ब्रेकथ्रू संक्रमण कहा जाता है। ये संक्रमण कुछ व्यक्तियों में आंशिक और पूर्ण टीकाकरण के बाद हो सकते हैं।”