कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कभी तक कोई वैक्सीन नहीं बन पाई है और ये बात सभी के लिए चिंता का विशय बनी हुई है। लेकिन वैज्ञानिकों द्वारा वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कई और चीज़े भी बताई गई हैं। वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई चीजें जैसे एंटीजन, एंटीबॉडी और दूसरे टी सेल्स की भूमिका महत्वपूर्ण बताई जा रही है। हालही में हुई एक रिसर्च से पता चला कि, देश के हर चार में से एक शख्स के अंदर कोरोना से लड़ने वाली एंटीबॉडीज (Corona Fighting Antibodies) विकसित हो चुकी है।
कई शहरों में कोरोना पर किए गए सिविल कॉर्पोरेशंस और देश के कुछ प्रमुख रिसर्च संस्थानों (TIFR, IISER) के सर्वेक्षणों के नतीजे नई उम्मीद जगाते हैं। पुणे के कुछ इलाकों जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुए उन इलाकों में भी 50% से ज्यादा सीरो-पॉजिटिविटी होने की बात सामने आई। वहीं 57% पॉजिटिविटी मुंबई के स्लमों में भी देखने को मिली। दिल्ली में हुए पहले सीरो सर्वे के मुताबिक टेस्ट हुए लोगों में से 23% सीरो-पॉजिटिव थे।
कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद शरीर मे बनने वाली एंटीबाडीज से इसके दोबारा संक्रमण होने का खतरा नहीं है। पहली बार वैज्ञानिकों द्वारा इस बात की पुष्टि की गई है। इस मुद्दे पर अभी तक अलग अलग दावे किए जा रहे थे। ये एंटीबाडीज कितने समय तक कारगर रहेंगी, फिलहाल यह अभी भी साफ नहीं है। जिस किसी के शरीर मे एंटीबॉडीज मिलती हैं उसका मतलब ये है कि उस शख्स को कोरोना से इम्यूनिटी मिल चुकी है। लेकिन ये इम्यूनिटी कितने वक़्त तक के लिए है इस पर अभी किसी एक्सपर्ट की राय नही आई है। एक सीमा से ज्यादा लोगों में एंटीबॉडीज मिलती हैं तो इससे नोवेल कोरोना वायरस के प्रति हर्ड इम्युनिटी डेवलप होना कहा जा सकता है।
पूरे देश में थायरोकेयर लैबोरेटरी द्वारा किए गए एंटीबॉडी टेस्ट्स में ये बात सामने आई है कि, लोकल लेवल पर पॉजिटिविटी ज्यादा है। लैब के मैनेजिंग डायरेक्टर अरोकियास्वामी वेलुमणि के अनुसार, भारत में अब तक दो लाख से ज्यादा लोगों के एंटीबॉ़डी टेस्ट हुए हैं। इनमें से करीब 24% में कोविड-19 के प्रति एंटीबॉडीज पाई गई हैं। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 29% है। वहीं, महाराष्ट्र में 27% लोग वायरस के प्रति एक्सपोज हुए।
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ कर अब 27 लाख 67 हजार 274 हो गए हैं। मंगलवार को कोरोना वायरस के 64 हजार 531 नए मामले सामने आए और एक ही दिन में 1092 लोगों की वायरस के कारण जान चली गई स्वास्थ्य मंत्रालय की ताज़ा जानकारी के अनुसार, देश में अभी कोरोना के 6 लाख 76 हजार 514 एक्टिव केस हैं। कोरोना वायरस अब तक पूरे देश में 52 हजार 889 मरीजों की जान ले चुका है वहीं, 20 लाख 37 हजार 810 मरीज इस वायरस के संक्रमण से रिकवर हो गए हैं। पूरे भारत में टेस्टिंग और आइसोलेशन को लेकर जिस तेज़ी से काम हुआ है, वो रिकवरी रेट और डेथ रेट को देख कर साफ नज़र आता है। एक्टिव मामलों और रिकवर्ड मामलों के बीच का अंतर करीब 13 लाख का है। मंगलवार को देश में पहली बार 9 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए हैं।