देश में बीते कुछ दिनों से कोयले की कमी को लेकर परेशानी का माहोल बना हुआ है। कई राज्य ऐसे हैं जहां कोयले की कमी के चलते बिजली संकट (Electricity Problem) गहरा गया है। बता दें कि इस बीच कोयले की पूर्ति न होने से कई राज्य परेशान हैं। जिसको लेकर आज केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह (Minister RK Singh) ने अपने आवास पर एक बैठक रखी थी। इस बैठक में कोयले के संकट से निपटने के लिए चर्चा की गई। इस बैठक के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बिजली कंपनियों और राज्य सरकारों पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियां और राज्य सरकारें जबरदस्ती लोगों में दहशत फैला रही है। दिल्ली में बिजली का कोई संकट नहीं है। हमारे पास कोयले का भरपूर स्टॉक है।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि “कल [शनिवार] शाम को मुझे दिल्ली के एलजी का फोन आया। उन्होंने मुझे बताया कि दिल्ली के सीएम ने बिजली संकट को लेकर उन्हें पत्र लिखा है। दिल्ली में बिजली आपूर्ति मांग के मुताबिक है और भविष्य में भी की जाएगी।” बता दें कि उन्होंने गेल और टाटा पावर की इस हरकत को गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार बताया। इस बीच उन्होंने इस मुद्दे के उठने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि “ये मुद्दा इसलिए शुरू हुआ क्योंकि गेल ने दिल्ली डिस्कॉम को एक मैसेज भेजा। जिसमें उन्होंने लिखा कि वे अनुबंध समाप्त होने के कारण आपूर्ति बंद करने जा रहे हैं।”
आरके सिंह ने आगे कहा कि “मैंने निर्देश दिया है कि आपूर्ति किसी भी हाल में बंद नहीं होनी चाहिए। कहीं कोई संकट नहीं है। यह एक अनावश्यक संकट है।” इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि देश में अभी कोयले की कोई कमी नहीं है और कोई चिंता की बात भी नहीं है। उन्होंने कहा कि “लोगों को पता होना चाहिए कि हम लगातार हालात पर नजर रख रहे हैं। ये स्थिति इसलिए है क्योंकि मांग में वृद्धि हो रही है। डिमांड अधिक है, इसका मतलब है कि आर्थिक विकास हो रहा है।”