देश में सरकार ने कोरोना वायरस के प्र’कोप को देखते हुए लॉकडाउन 4.0 लागू कर दिया और लोगों को कोरोनावायरस के बारे में जा’नकारी देने,उन्हें जागरूक करने के लिए कई तरीके और टेक्नोलॉजी का भी प्रयोग कर रही है। ऐसे में कुछ है’कर्स इस बात का फायदा उठाते हुए लोगों की पर्सनल डिटेल चु’राने का काम कर रहे हैं।CBI ने देश के सभी राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय एजेंसियों को अ’लर्ट जारी किया है।CBI ने लोगो को कोरोना से जुड़े अपडेट जानने के लिए डाउनलोडेड ऐप्स के बारे में आगाह किया है।जिनके जरिए लोगों को फर्जी लिंक भेजकर हैकर्स बैंकिंग स्कै’म और क्रेडिट कार्ड की पर्सनल डिटेल्स चु’रा रहे हैं।
जाहिर हैं कि इस समय लॉकडाउन के चलते लोग इंटरनेट का अधिक से अधिक इस्तेमाल अपने काम और मनोरंजन दोंनो के लिए कर रहें हैं, ऐसे में हैक’र्स इस पर अपनी नज़र बनाये हुए हैं।अधिकारियों के अनुसार, सरबेरस नामक बैंकिंग ट्रोजन के माध्यम से कोविड-19 महामारी का फायदा उठाकर किसी उपयोगकर्ता को ऐसे लिंक डाउनलोड करने के लिए एसएमएस भेजे जाते हैं, जिनमें हैक करने वाले सॉफ्टवेयर हैं। मोडस ओपेरंडी के तहत SMS से भेजे गए लिंक को क्लिक करते ही ये सॉफ्टवेयर स्मार्ट फोन में install हो जाते हैं और सारी निजी जा:नकारी कॉपी करके लिंक को भेजने वाले आदमी को ट्रांसफर कर देता है।एक्सपर्ट ने बताया कि इस समय साइबर क्रा’इम बहुत तेजी से बढ़ गया है, भारत में पूरी दुनिया में इस तरह की कई शि’कायतें मिल रही हैं।
सुरक्षा के लिहाज से एक्सपर्ट्स ने बताया कि, किसी भी अन’नोन सोर्सेस से आये हुए लिंक्स को ना ही ओपन करें और ना ही मोबाइल एप्लीकेशंस को इंस्टॉल करें।इंटरपोल ने CBI के जरिए देश की सुरक्षा एजेंसियों और लोगों को भी आगाह किया है कि COVID-19 के नाम पर धो’खाधड़ी से सावधान रहें और अनचाही वेबसाइट को ना खोलें।ऐप (Apps) डाउनलोड करने से पहले सभी टर्म एंड कंडीशन को समझ लें।अगर आप फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन करना चाहते हैं तो उसी वेबसाइट से करें जो https से शुरू होती है।













