बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो के बयान पर भड़के दिलीप घोष, बोले “पार्टी से निकाल दिए जाते तो सही रहता?”

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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्री विस्तार के बाद पार्टी में हलचल मच गई है। पार्टी के बहुत से नेता पार्टी से खफा हो गए हैं। बता दें कि बुधवार को पार्टी के 12 मंत्रियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। जानकारी के मुताबिक इस मंत्री विस्तार के दौरान पार्टी ने 43 नए चेहरों को मंत्रीमंडल में शामिल किया है। इनमें 12 महिलाएं भी शामिल हैं। कैबिनेट विस्तार के बाद पार्टी नेता बाबुल सुप्रियो द्वारा एक फेसबुक पोस्ट किया गया था। जिसके उन्होंने लिखा था कि “मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया तो मैंने दे दिया।” उनकी इस पोस्ट को निशाना बनाते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने उनको करारा जवाब दिया है।

उन्होंने कहा कि “उन्होंने (पीएम मोदी) ने उनका (सुप्रियो का) इस्तीफा मांगा ताकि कोई और जिम्मेदारी ले सके। इसी तरह एक पार्टी काम करती है। आपको एक पार्टी नेता होने के तौर पर नियत प्रक्रिया में विश्वास रखने की जरूरत है। आप सोचिए इस्तीफा मांगने की जगह अगर वह इसके बजाय निकाल दिया जाना था तो क्या इससे चीजें बेहतर होतीं? इस्तीफा देने वाले 12 मंत्रियों में से किसी ने भी पार्टी के लिए ऐसी टिप्पणी नहीं की है।” हालांकि अब बाबुल सुप्रियो द्वारा वो पोस्ट डिलीट कर दिया गया है। जिसके बाद उन्होंने एक और पोस्ट किया।

उन्होंने लिखा कि “हां, धुआं तभी उठता है, जब कहीं न कहीं आग लगी होती है। आज मैं अपने मीडिया के दोस्तों का फोन कॉल नहीं ले पा रहा हूं…। इसलिए सोचा खुद ही बता दूं। हां, मैंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। (पहले जो मैंने कहा, बात कहने का वो तरीका सही नहीं था, मैंने पहले कहा था कि मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया था।” बता दें कि बाबुल सुप्रियो के साथ साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री (एचआरडी मंत्री ) रमेश पोखरियाल निशंक से समेत 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है।