क्राइम और बिहार का नाता तो बरसों से है। ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब बिहार से कोई मामला न आए। हफ्ते के सातों दिन कोई न कोई मामला बिहार से सामने आ ही जाता है। आज फिर एक मामला सामने आया है। एक ऐसा मामला जिसने प्रशासन के होश उड़ा दिए हैं। बता दें कि बिहार के पूर्णिया का है, जहां पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गुट को पकड़ा है। गोरतलब हैं कि इस दौरान पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई। ये लोग जानकीनगर थाना के चोपड़ा बाजार में कपड़े की एक दुकान के पीछे नकली नोट छापने का कारोबार करते थे।
मिली जानकारी के अनुसार इनके पास चार लाख रुपए से भी ज्यादा जाली नोट थे। इस पूरे मामले की जानकारी एसपी दयाशंकर ने दी है। उन्होंने बताया है कि “कुछ लोग जानकीनगर से नकली नोट की बड़ी खेप लेकर पूर्णिया आ रहे हैं. सूचना मिलते ही बनमनखी और जानकीनगर पुलिस के अलावे जिला तकनीकी प्रभारी पंकज आनंद जानकीनगर पहुंचे. बॉर्डर इलाके को सील कर जब जांच की गई तो एक बाइक से चार लाख 91 हजार रुपए का नकली नोट बरामद हुआ. ये नोट सौ-सौ का था और करीब 50 गड्डियां बरामद हुईं।”
एसपी दयाशंकर आगे बताते हैं कि “दोनों को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई तो पता चला कि चोपड़ा बाजार में कपड़े की एक दुकान में नकली नोट छापने का कारोबार चल रहा है। पुलिस ने वहां भी छापामारी कर कुल 5 फेक करेंसी तस्करों को गिरफ्तार किया। ये सभी अपराधी खुद नोट छापते थे और इसको बाजार में खपाते भी थे। इससे पहले भी इन लोगों ने करीब तीन लाख रूपये छापकर उसे बाजार में खपा दिया था।”
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ये लोग नकली नोटों को कम दाम में बेचा करते थे, जिससे इन लोगों को काफी फायदा होता था। अपराधियों से पूछताछ करने पर पता चला कि ये लोग पांच लाख रुपए सिर्फ 2 लाख में बेचते थे। एसपी दयाशंकर के पकड़े जाने वालों का काम नीतीश कुमार, गणेश कुमार, सुभाष शर्मा, अमित शाह और मोहम्मद जैनुल है।