बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्कृत विद्या ध’र्म विज्ञान संका’य में असिस्टेंट प्रोफे’सर के रूप में नियु’क्त होने के बाद से ही डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न को लगातार छात्रों के विरो’ध का सा’मना करना पड़ रहा है। यह विरो’ध प्रद’र्शन थ’मने का नाम ही नहीं ले रहा। अब विश्वस्त सूत्रों के माध्यम से ख़’बर आ रही है कि, इस विरो’ध के बीच डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न ने आयुर्वेद संका’य में अपना इंटर’व्यू दिया है। इसलिए चुने जाने पर उनकी नियु’क्ति आयुर्वेद संका’य विभाग में संस्कृत के अस्सिटें’ट प्रोफेसर के रूप में की जा सकती है।
बता दें कि आयुर्वेद संकाय का यह इंट’रव्यू का कार्यक्र’म बहुत ही गु’पचुप तरी’के से पूरा किया गया। शुक्रवार इस विभा’ग में कुल दस लोगों का इंटर’व्यू होना था। इसलिए बीएचयू की आयुर्वेद सं’काय में सुबह 7 बजे तक सभी अभ्य’र्थी पहुंच गए थे। लेकिन डॉक्टर फ़िरोज़ ख़ा’न वहां नहीं थे। पहले इंटरव्यू के लिए होलक’र भवन को चुना गया था। लेकिन फिर अचा’नक से जगह बदल दी गई। इंटरव्यू एल’डी गेस्ट हाउस में लिया गया।
कहा जा रहा है कि, ऐसा इसलिए किया गया ताकि डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न को मीडिया की पहुंच से दूर रखा जा सके। यह एलडी गे’स्ट हाउस वही है, जहां डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न के रुके होने की बात कही जा रही है। बीएचयू आयु’र्वेद विभा’ग की डीन प्रोफे’सर यामिनी भूष’ण त्रिपाठी ने इंटर’व्यू होने की पु’ष्टि की है। इंटरव्यू की मेरिट सूची में डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न पहले नंबर पर हैं। इसके अलावा एक और ख़’बर की बात करें, तो कला सं’काय के संस्कृत विभा’ग की जारी की गई, मेरि’ट सूची में भी डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न का नाम आ गया है। कहा जा रहा है कि डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न ने पहले से ही संस्कृत विभा’ग ध’र्म विज्ञान संका’य के साथ-साथ आयुर्वेद संका’य और कला संका’य के संस्कृत विभा’ग में असि’स्टेंट प्रोफे’सर प’द के लिए आवे’दन किया था।
जिसमें से धर्म विज्ञान संकाय में 5 नवंबर को साक्षात्कार के बाद उन्हें नियु’क्ति दे दी गई थी। हर बार संस्कृत के हर विभा’ग में मेरिट में जगह बनाने वाले डॉक्टर फ़िरो’ज़ ख़ा’न की नियु’क्ति किस विभा’ग में होती है, और अगर इन विभा’गों में उनकी नियु’क्ति की जाती है, तो क्या बीएचयू में जारी विरो’ध प्रद’र्शन रुक जाएगा, या यह प्रकर’ण अभी और लं’बा खिंचेगा। अगर बीए’चयू के एक छात्र नेता की मानें तो उसका कहना है कि “यह हमारी मां’ग रही है कि, ख़ा’न को हमारे विभा’ग को छो’ड़कर किसी भी विभा’ग में नियुक्त किया जा सकता है। हमें इससे कोई सम’स्या नहीं है।”