इंसान धीरे धीरे तरक्की की ओर बढ़ रहा है। पहले सभी लोग सारे काम खुद जाकर करते थे। लेकिन अब ज्यादातर काम डिजिटल हो जाते हैं। जैसे जैसे देश तरक्की कर रहा है, वैसे ही महंगाई भी तरक्की कर रही है। घरेलू सामानों की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। जानकारी के मुताबिक चावल (rice price) , दाल, आटा, सरसों तेल, सोयाबीन तेल (edible oil price) जैसे घरेलू सामानों को करीब 50 प्रतिशत तक महंगा कर दिया गया है। बीते साल के मुकाबले इस साल इन सभी सामानों की कीमत इतनी ज्यादा बढ़ने से आम आदमी किचन का बजट गड़बड़ा गया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक साल में खाद्य तेलों की कीमतों में 47 प्रतिशत तक उछाल आया है। वहीं दालों की कीमतें 17 प्रतिशत तक महंगी हो गई हैं। इसके अलावा चावल के रेट 14.65 प्रतिशत, गेहूं के आटे में 3.26 प्रतिशत तक महंगी हुए हैं। बता दें कि बीते एक साल में सरसों का तेल (पैक) 117 से 151 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। वहीं सूरजमुखी तेल 106 से 157 और वनस्पति तेल 88 से 121 रुपए प्रति लीटर के किसान से बिक रहा है।
उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक दालों की कीमतों में भी काफी इजाफा हुआ है। अप्रैल 2020 तक अरहर यानी तूअर की दाल की कीमत 91 रुपए प्रति किलो थी। जो अब 106 रुपये प्रति किलो मिल रही है। इसके अलावा मसूर की दाल 68 से अब 80 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इसके साथ चाय पत्ती और दूध की कीमत भी बढ़ चुकी है। जानकारी के मुताबिक दूध अपनी कीमत से 7 प्रतिशत तक महंगा हो गया है। इसके अलावा खुली चाय 217 से 281 रुपये किलो पहुंच गई है।