देश में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ता जा रहा है। इस सिलसिले में कई बड़े नेता और बड़े अफसरों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। देश के बढ़ते भ्रष्टाचार को देख उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक फैसला सुनाया है। बता दें कि आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की कवायद शुरू कर दी है और इसकी शुरुआत उन्होंने अपनी ही पार्टी और मंत्रिमंडल से की है।
एक विशेष बैठक को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को और उनके परिवारों के सदस्यों की संपत्तियों का ब्यौरा देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि “तमाम आईएएस, आईपीएस और प्रांतीय सिविल सेवा के अधिकारी भी अपनी और अपने परिवार के सदस्यों की संपत्तियों की घोषणा करें और इसे लोगों के देखने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध कराएं।” इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सीएम ऑफिस द्वारा भी एक ट्वीट किया गया था, जिसमें योगी आदित्यनाथ के फैसले के बारे में बताया गया था।
CMO द्वारा किए गए ट्वीट में लिखा गया कि “सभी लोक सेवक (IAS/PCS) अपनी व परिवार के सदस्यों की समस्त चल/अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। इसके साथ ही यह विवरण आमजनता के अवलोकनार्थ ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाए।” योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के बाद अब राज्य में भ्रष्टाचार कम होने की संभावना जताई जा रही है। बता दें कि इससे पहले योगी सरकार के मंत्री के बयान पर भी सवाल उठाए हुए थे। इस मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि बड़े पद पर रहने के बाद पैसे कमाना जरूरी है, लेकिन सारा का सारा पैसा डकारना गलत है।