अमरीका: प्रदर्शन के दौरान 4 पुलिसवालों की हत्या

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अमरीका में डैलस के अधिकारियों के मुताबिक एक विरोध प्रदर्शन के दौरान बंदूकधारियों ने चार पुलिस वालों की गोली मारकर हत्या कर दी.
पुलिस के दो काले आदमियों को गोली मारने के विरोध में ये प्रदर्शन चल रहा था. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान अचानक गोलीबारी होने से वहां भगदड़ मच गई. एक संदिग्ध को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है जबकि दूसरे ने आत्मसमर्पण कर दिया.
डैलस के पुलिस प्रमुख डेविड ब्रॉउन ने बताया कि बंदूकधारियों ने 11 अधिकरियों को घात लगाकर निशाना बनाया. इससे चार अधिकारियों की मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में कई अन्य पुलिस अधिकारी घायल हैं और उनमें से कुछ की हालत काफी गंभीर है.
डेविड ने बताया हम मानते है कि "ये संदिग्ध इन अधिकारियों को तीनों तरफ से घेरने के लिए अपनी पोज़ीशन ले रहे थे. उनकी योजना अधिक से अधिक अधिकारियों को मारने की थी."
पुलिस ने बताया कि ऐसा लगता है कि दोनों बंदूकधारियों ने प्रदर्शन रैली के दौरान किसी 'ऊंची जगह' से गोलियां दागीं थीं.
मार्च आयोजित करने वालों में से एक रेवरेंड जेफ हुड ने डैलस मॉर्निंग न्यूज को बताया कि गोलीबारी होते ही उन्होंने लोगों को बचाव के लिए धक्का-मुक्की करते देखा. उन्होंने कहा, "मैं लोगों को सड़क से हटाने की कोशिश करते हुए वहां से से भागा और मैं अपने आपको चेक कर रहा था कि कहीं मुझे गोली तो नहीं लग गई." बम टीम गोलीबारी की जगह पर संदिग्ध के छोड़े गए गए संदेहास्पद उपकरण की जांच कर रही हैं.
पुलिस ने कंधे पर राइफल लटकाए एक संदिग्ध की फोटो जारी की. हालांकि ये साफ नहीं है कि वह गोलाबारी में शामिल था, बाद में पुलिस ने ट्वीट किया  कि उसने खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया था. डैलस के मेयर माईक रॉलिंग्स ने कहा ये शहर के लिए "दिल तोड़ने वाली घटना थी".
मिनेसोटा में फिलांडो कैस्टिल और लुइज़ियाना के बैटन रूज़ में आल्टन स्टर्लिंग की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई थी. ये मौतें इस प्रदर्शन का कारण बनी. इन दोनों घटनाओं के वीडियो वायरल होने से पूरे अमरीका में राष्ट्रीय बहस छिड़ गई.
अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पुलिस के काले लोगों को गोली मारने की इ घटनाओं पर चिंता ज़ाहिर की और कहा, "सभी निष्पक्ष विचारधारा वाले लोगों को चिंतित होना चाहिए."
उन्होंने कहा "जब इस तरह की घटनाएं होती हैं तो हमारे साथी नागरिकों के एक बड़े हिस्सा को लगता है जैसे यह उनकी त्वचा के रंग की वजह से है, उनके साथ समानता का व्यवहार नहीं किया जा रहा और ये दुख देता है." डैलस में हो रहा विरोध भी पूरे अमरीका में पुलिस के अफ्रीकी अमरीकियों के खिलाफ जानलेवा हमलों को लेकर था.