फेसबुक-ट्विटर को सोशल मीडिया समिट में ट्रंप ने नहीं भेजा बुलावा

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वाशिंग्टन – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ट्विटर और फेसबुक से बेहद नाराज हैं। ट्रंप ने सोशल मीडिया क्षेत्र के माहौल और चुनौतियों पर बुलाये गए एक समिट में इन दोनों कंपनियों को नहीं बुलाया है। ये समिट 11 जुलाई को प्रस्तावित है। बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का लगातार इस्तेमाल करते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर वह अपने नीतिगत फैसले, कार्यकारी आदेश की जानकारी देते हैं। ट्रंप ट्विटर पर दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलोअर रखने वाले नेताओं में से एक है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके पीछे सोशल मीडिया क्षेत्र की इन दिग्गज कंपनियों को न बुलाने के पीछे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का वह विचार हो सकता है जिसके अनुसार, दोनों प्लेटफॉर्म्स कंजर्वेटिव या रिपब्लिकन के विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं।

फेसबुक और ट्विटर जैसी दिग्गज कंपनियों के बिना कोई सोशल मीडिया सम्मेलन की कल्पना भी नहीं कर सकता, लेकिन अपने प्लेटफॉर्म पर रिपब्लिकन पार्टी के विचारों का सम्मान नहीं करने के लिए ट्रंप बार-बार इन कंपनियों पर हमला कर चुके हैं।

ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जैक डोर्से के साथ अपनी पिछली बैठक में ट्रंप ने डोर्से से पूछा कि माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर विशेषकर उनके फॉलोवरों की संख्या कम कैसे हो रही है।

व्हाइट हाउस ने जून में इस सम्मेलन की घोषणा की थी और कहा था कि ये सम्मेलन दुनिया के डिजिटल लीडर्स को एक प्लेटफॉर्म पर लाने पर मौजूदा चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए एक शानदार मंच होगा। व्हाइट हाउस ने अभी उन कंपनियों का नाम सार्वजनिक नहीं किया है जो इस सम्मेलन में भाग लेंगे।

बता दें कि ट्रंप फेसबुक और ट्विटर से इतने खफा है कि कुछ ही दिन पहले उनके दफ्तर व्हाइट हाउस ने एक टूल लॉन्च किया है। व्हाइट हाउस के मुताबिक अगर ट्विटर या फेसबुक ने किसी शख्स को गलत तरीके से सेंसर या प्रतिबंधित किया है तो वो इस टूल के माध्यम से इसकी शिकायत कर सकता है।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप समेत रिपब्लिकन पार्टी के कई नेता इस बात की शिकायत कर चुके हैं कि ट्विटर और फेसबुक रिपब्लिकन और कंजरवेटिव पार्टी के नेताओं की आवाज को गलत तरीके से प्रतिबंधित करते रहते हैं।