मध्य प्रदेश में जल्दी ही उपचुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी हैं। इस बीच चुनावी रणनीति को बनाने के लिए आज यानी बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक के शुरू होने से पहले ही शिवराज सिंह चौहान के मंत्री आपस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह वहां मौजूद नहीं थे और उनके आने से पहले ही मंत्रियों को शांत करवा दिया गया था। जानकारी के मुताबिक ये बहस खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhara Raje Scindia) और सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया (Minister Arvind Bhadoria) के बीच हुई थी और इस दौरान शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मोर्चा संभाल दोनों को शांत करवाया।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में वन मंत्री विजय शाह की कुर्सी, खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के आगे थी। दोनों महिला मंत्री विजय शाह से पहले ही बैठक में आ चुकी थी और अपनी कुर्सी पर बैठ गई थीं। इस दौरान वन मंत्री विजय शाह अपनी कुर्सी पर आए और बैठने से पहले अपना कुर्ता कंफर्टेबल करने लगे। तभी उनके पीछे बैठी यशोधरा असहज हो गईं और बोली कि “ये क्या तरीका है, आपके पीछे महिलाएं बैठी हैं।” उनकी बातों को सुनकर वन मंत्री ने जी-जी कहकर बात खत्म करने की कोशिश की, तभी अरविंद भदौरिया ने वहां आकर मामले पर तंज कसा तब बात और ज्यादा बढ़ गई।
अरविंद भदौरिया ने कहा कि “विजय जी आप देखा करो, वो महाराज हैं और आप राजा हैं।” उनकी इस बात का जवाब देते हुए यशोधरा राजे ने कहा कि “आपको बीच में बोलने की आदत हो गई है। इससे पहले आप रेत के मसले पर भी बोल पड़े थे।” यशोधरा की बात सुनकर अरविंद भदौरिया भी खामोश नहीं रहे। उन्होंने जवाब में कहा कि “आप सीएम नहीं हैं, आप मुझे बोलने से नहीं रोक सकती हैं। मैं अपनी बात को रखूंगा।” उनके इस जवाब से यशोधरा का क्रोध और ज्यादा बढ़ गया और वह बोली कि “ठाकुर! आंख मत दिखाओ, तुम मुझसे बदतमीजी कर रहे हो।” इसके बाद फिर शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दोनों की बीच की लड़ाई को शांत करवाया।