महाराष्ट्र की राजनीति गरमाने लगी है। अटकलें हैं कि राज्य की शिवसेना सरकार और भाजपा आपस में फिर एक बार जुड़ सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि भाजपा और शिवसेना के बीच एक बार फिर बातचीत शुरू हो गई है। जल्दी ही अब दोनों में जल्दी ही गठबंधन होने की संभावना है। हालांकि शिवसेना पहले ही इस बात से इंकार कर चुकी है। शिवसेना का कहना है दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन सही चल रहा है। ऐसे में भाजपा के साथ जुड़ना संभव नहीं है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा और शिवसेना के बीच एक डील तय हो सकती है। जिसके बाद दोनों का फिर गठबंधन हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक इस डील के तहत उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackrey) ही राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। वहीं दूसरी ओर देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) को कैबिनेट मंत्री के तौर पर दिल्ली भेज दिया जाएगा। हालांकि फडणवीस ने इस डील से साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र की राजनीति में वह सक्रिय रहेंगे। भाजपा के सूत्रों की माने तो भाजपा और शिवसेना के बीच ऐसी किसी डील पर सहमति नहीं बनी है। सूत्रों ने कहा कि “ऐसे किसी फार्मूले पर सहमत होने का सवाल ही नहीं उठता। फडणवीस को दोबारा मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। पार्टी नेतृत्व इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगा, क्योंकि बीजेपी की विधानसभा में सीटें शिवसेना के मुकाबले दोगुना हैं।”
बता दें कि भाजपा और शिवसेना ने पहले एक साथ चुनाव लड़ा था। लेकिन राज्य में मुख्यमंत्री को लेकर दोनों के बीच लड़ाई हो हुई और दोनों ने गठबंधन तोड़ दिया। ऐसे में दोनों के गठबंधन को लेकर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बीजेपी नेताओं का मानना है कि दोनों दलों को फिर साथ आना चाहिए, क्योंकि यह उनका स्वाभाविक गठबंधन है। हालांकि शिवसेना के नेताओं ने इस बात से इंकार किया है और भाजपा के साथ गठबंधन होने से भी इंकार किया है। बीते कुछ समय पहले सीएम उद्धव ठाकरे की पीएम मोदी से मुलाकात को भी इस मुद्दे से ही जोड़ा गया था।