हाल ही में संसद से पास हुए किसान बिल को लेकर काफी विरोध हो रहे है। विपक्षी पार्टियां लगातार केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इस बिल का विरोध कर रही हैं और सरकार के लिए बहुत से सवाल खड़े कर रही हैं। खबर के मुताबिक आज राज्यसभा में विपक्षी नेता गुलाम नबी आजाद ने 8 निलंबित सांसदों का समर्थन किया। उन्होंने कहा,”जब तक उच्च सदन के 8 सदस्यों का मानसून सत्र की अवधि से सस्पेंशन वापस नहीं लिया जाता तब तक लगातार कार्यवाही का बॉयकॉट होगा।”
उन्होंने उच्च सदन में अपनी मांग रखी। आज़ाद ने कहा कि सरकार को ऐसा बिल लाना चाहिए जिससे ये कन्फर्म हो कि जो MSP सरकार द्वारा तय की गई है उससे काम में कोई भी निजी कंपनी किसान का अनाज ना खरीदें। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार में तालमेल की कमी है। एक दिन पहले ही इस बिल को लेकर MSP पर चर्चा हुई और अगले ही दिन सरकार द्वारा कुछ फसलों की MSP तय करने की घोषणा कर दी गई।
बता दें कि रविवार को सदन में इस बिल का विरोध कर रहे 8 विपक्षी सदस्यों को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। निलंबित किए गए सदस्यों में कांग्रेस के राजीव सातव, सैयद नज़ीर हुसैन और रिपुन बोरा, तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन, माकपा के केके राजेश और इलामाराम करीम व आप के संजय सिंह भी शामिल हैं। ग़ौरतलब है कि आज सुबह राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश प्रदर्शन कर रहे लोगों के लिए चाय नाश्ता लेकर गए। लेकिन प्रदर्शन कर रहे सांसदों ने इसे ठुकरा दिया। उनके इस काम को देख पीएम मोदी ने उनकी खूब तारीफ की है।