यूरोप के सबसे खूंखार अपराधी डिओगो ऐल्वेस का कटा हुआ सर देखकर आप आज भी सिहर उठेगें. उसकी खुली हुई आंखो को देखकर कोई भी इंसान डर जाए. मरने के 180 साल बाद भी उसकी आंखे आज भी ठीक वैसी ही दिखती हैं. उसके कटे हुए सर को एक शीशे के जार में सरंक्षित करके रखा गया है.
पूर्तगाल में सबसे अधिक खून करने वाले इस शख्स को फांसी की सजा दी गई थी. इसके बाद उसके सर को काट कर सरंक्षित रखा गया. ऐल्वेस को ‘The Aqueduct Murderer’ के नाम से भी जाना जाता था.
पुल को ही बनाया क्राइम का अड्डा दरअसल ऐल्वेस ने एक पुल को क्राइम करने का अड्डा बनाया था. वह गांव से शहर जोड़ने वाली पुल पर छिप कर बैठा रहता था. वह वहां से आने जाने वाले किसानों को पहले लूटता था. उसके बाद उन्हें वह पुल से धक्का देकर नीचे पानी में गिरा देता था. कानून ने सुनाई थी फांसी की सजा ऐल्वेस का यह पैंतरा काफी दिनों तक कामयाब होते रहा क्योंकि लोगों की मौत खुदकुशी लगती थी. इसको पूरे यूरोप का सबसे शातिर और खूंखार कातिल माना जाता है. 70 हत्याएं करने के बाद वह कानून की गिरफ्त में आया और उसे फांसी की सजा दी गई थी.
लिस्बन यूनिवर्सिटी में रखा गया है सिर
इस खूंखार अपराधी का सिर फिलहाल एक कांच के जार में फॉर्मलडिहाइड के साथ रखा गया है. इसके सिर को लिस्बन यूनिवर्सिटी में रिसर्च के लिए रखा गया है. वैज्ञानिक इसके दिमाग का स्टडी करना चाहते हैं. उनका मानना है कि ऐसा करने से कई चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती है.
फ्रिनोलॉजी का चला था दौर
आपको बता दें कि एक समय में यूरोप में किसी के दिमाग को स्टडी करने का क्रेज हुआ था. वैज्ञानिकों का मानना है कुछ ऐसी भी चीजें बाहर आ सकती है. यूरोप में इस पढ़ाई को फ्रिनोलॉजी कहते है.