पाकिस्तान से बड़ी खबर आ रही है. वहां के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan arrested)को मंगलवार को पाकिस्तानी रेंजर्स ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. इमरान खान हाईकोर्ट में भ्रष्टाचार समेत कई मामलों में जमानत के लिए पहुंचे थे. पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ ने बताया कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ ( PTI) ने उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है. पिछले साल एक रैली के दौरान इमरान खान पर जानलेवा हमला भी हुआ था. हालांकि, इस हमले में वो बाल-बाल बच गए थे.
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता मुसर्रत चीमा ने ट्विटर पर एक वीडियो मैसेज जारी किया है. उन्होंने कहा- ‘इमरान खान को अभी टॉर्चर किया जा रहा है. वो खान साहब को मार रहे हैं.’ पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इमरान खान के वकील का भी वीडियो शेयर किया गया है.
इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार किया गया है. ये एक यूनिवर्सिटी से जुड़ा मामला है. इमरान ने बतौर प्रधानमंत्री इस यूनिवर्सिटी को गैरकानूनी तौर पर करोड़ों रुपये की जमीन दी थी. इस मामले का खुलासा पाकिस्तान की सबसे अमीर शख्सियत मलिक रियाज ने किया था.
इस बीच हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस आमेर फारूक ने इमरान खान की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने गृह मंत्रालय के सचिव और इस्लामाबाद के पुलिस चीफ को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है. जस्टिस फारूक ने कहा कि अगर पुलिस चीफ कोर्ट में पेश नहीं हुए, तो हम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को यहां बुलाएंगे. ये लोग कोर्ट में आएं और बताएं कि इमरान को किस मामले में और क्यों गिरफ्तार किया गया?
इमरान खान की गिरफ्तारी उनकी लाहौर रैली के बाद हुई है. इस रैली में उन्होंने पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप लगाए थे. इमरान ने अपनी रैली में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो पर निशाना साधा था.
लाहौर की रैली में इमरान खान ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या कराने की कोशिश कर रहे हैं. इमरान के इस बयान के लिए पाकिस्तानी सेना ने उन्हें फटकार भी लगाई थी.
गिरफ्तारी से ठीक पहले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने इमरान खान के सेना पर लगाए गए गंभीर आरोपों की निंदा की थी. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी को नियमित रूप से बदनाम करने और धमकाने का इमरान खान का यह कदम बेहद निंदनीय है.
इस्लामाबाद पुलिस की तरफ से ट्वीट कर बताया गया कि इमरान की गिरफ्तारी कादिर ट्रस्ट केस में हुई है. पीटीआई के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने इस पर ट्वीट कर कहा कि हाईकोर्ट इस समय रेंजर्स के कब्जे में है और वकीलों को टॉर्चर किया जा रहा है.
पाकिस्तान की सेना ने सोमवार को ही इमरान खान के बयान की कड़ी आलोचना की थी. पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (आईएसपीआर) ने अपने बयान में कहा कि इमरान खान के ‘मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण आरोप बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय और अस्वीकार्य हैं.’ बयान में कहा गया कि पिछले एक साल से देखा जा रहा है कि सेना और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों को राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निशाना बनाया जा रहा है और उनपर आक्षेप लगाए जा रहे हैं.
बीते साल नवंबर में पाकिस्तान के वजीराबाद में एक रैली के दौरान इमरान खान को मारने की कोशिश की गई थी, जिसमें उनके पैरों में गोली लग गई और वह घायल हो गए थे. इसके बाद इमरान खान ने शहबाज खान की सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया था.