पटना : अगर आप कुछ भी काम कर रहे हैं तो संभालकर करें। एक छोटी सी गलती आपको सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है। कुछ ऐसा ही बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप के साथ भी हुआ। तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का झूठा और भ्रामक वीडियो प्रसारित करने के आरोपी मनीष कश्यप ने शनिवार को सरेंडर कर दिया। पुलिस टीम शनिवार सुबह यूट्यूबर मनीष कश्यप के घर कुर्की करने पहुंची, इसके बाद आरोपी ने सरेंडर किया।
पुलिस ने मनीष कश्यप के घर कुर्की-जब्ती करने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। मंजूरी मिलने के बाद शनिवार को पुलिस उसके घर कुर्की की कार्रवाई करने पहुंची है। बता दें कि बिहारी श्रमिकों के साथ कथित हिंसा की पुलिस जांच कर रही थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए पटना के जक्कनपुर थाना अंतर्गत बंगाली कालोनी के किराए के मकान में फर्जी वीडियो शूट किया गया था।
इस वीडियो में अनिल कुमार और आदित्य कुमार मरहम-पट्टी लगाकर नकली मजदूर बने थे। वीडियो को राकेश रंजन ने छह मार्च को यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था, जिसे आठ मार्च को यूट्यूबर मनीष कश्यप ने ट्वीट कर प्रसारित कर दिया था। इस मामले में दो को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, EOU ने कार्रवाई करते हुए मनीष कश्यप और उसके यूट्यूब चैनल के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया था। अलग-अलग चार बैंक खातों में कुल 42 लाख 11 हजार 937 रुपये जमा मिले।