उत्तर प्रदेश के चुनावों के साथ-साथ उत्तराखंड में भी विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इस बारे में केंद्रीय निर्वाचन आयोग के साथ उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने चर्चा की है।
सके पीछे प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान अहम वजह बताई गई है। आयोग को यहां पश्चिमी उत्तर प्रदेश से अराजक तत्वों के भारी दखल की बात बताई गई है।
सूत्रों के मुताबिक बीते दिनों आयोग से तमाम बिंदुओं पर चर्चा के दौरान मुख्य सचिव ने उत्तराखंड में मतदान के लिए उन्हीं तारीखों को तय करने के लिए कहा है, जिन पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव निर्धारित किए जाएं।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। केंद्रीय निर्वाचन आयोग की टीम ने हाल ही में मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह के साथ-साथ शासन के तमाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके तैयारियों का जायजा लिया है।
उन्होंने यूपी चुनावों के साथ ही उत्तराखंड में भी चुनाव कराने की मांग की। इसके पीछे उन्होंने हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, हल्द्वानी आदि मैदानी क्षेत्रों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अराजक तत्वों के दखल की संभावना बताई है।
बीते चुनावों के कुछ उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा होने से यहां शांतिपूर्ण मतदान की संभावना ज्यादा रहती है। इसके अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जनवरी माह में यहां मौसम की खराबी का हवाला देते हुए चुनाव की तारीख फरवरी के अंत या फिर मार्च के पहले पखवाड़े में तय करने की बात भी कही है।