वैक्सीनेशन को लेकर पीएम मोदी का संबोधन, कहा “हर हिन्दुस्तानी गर्व करेगा कि…”

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बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों के बीच अब भारत में टीकाकरण का अभियान शुरू कर दिया गया है। इस दौरान देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि 16 जनवरी यानी आज के दिन पूरे देश में कुल तीन लाख लोगों को इस वायरस का टीका लगेगा। इस अभियान को शुरू करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “आज के दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतजार रहा है। कितने महीनों से देश के हर घर में बच्चे, बूढ़े, जवान सभी की जुबान पर ये सवाल था कि कोरोना वैक्सीन कब आएगी। अब वैक्सीन आ गई है, बहुत कम समय में आ गई है।”

उन्होंने रामधारी सिंह दिनकर को उद्धृत करते हुए कहा कि “मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।” उन्होंने कहा कि “टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है। जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा। आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका। इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है।”
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अपनी बातों को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि “दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है। मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगनी बहुत जरूरी है। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा। दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी। भारत का टीकाकरण अभियान बहुत ही मानवीय और महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर आधारित है। जिसे सबसे ज्यादा जरूरत है, उसे सबसे पहले कोरोना का टीका लगेगा।”

उन्होंने कहा कि “हर हिंदुस्तानी इस बात का गर्व करेगा की दुनिया भर के करीब 60 फीसदी बच्चों को जो जीवन रक्षक टीके लगते हैं, वो भारत में ही बनते हैं। भारत की सख्त वैज्ञानिक प्रक्रियाओं से होकर ही गुजरते हैं। कोरोना से हमारी लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही है। इस मुश्किल लड़ाई से लड़ने के लिए हम अपने आत्मविश्वास को कमजोर नहीं पड़ने देंगे, ये प्रण हर भारतीय में दिखा। भारत के वैक्सीन वैज्ञानिक, हमारा मेडिकल सिस्टम, भारत की प्रक्रिया की पूरे विश्व में बहुत विश्वसनीयता है। हमने ये विश्वास अपने ट्रैक रिकॉर्ड से हासिल किया है।”