देहरादूनः उत्तराखंड में भर्ती घोटालों के लिए बदनाम हो चुका है। एक के बाद एक कई भर्ती घोटाले सामने आ चुके हैं। पिछले साली 2022 में UKSSSC में बड़ा घोटाला सामने आया था। सरकार ने घोटालों को रोकने के बड़े-बड़े दावे किए थे। लेकिन, हर दावा खोखला साबित हुआ। सरकार ने जिस लोक सेवा आयोग (UKPSC) को भर्तियों की जिम्मेदारी सौंपी थी। वहां भी बड़ा भर्ती घोटाला सामने आया। भर्ती में पेपर लीक करने वाला कोई और नहीं। बल्कि, आयोग का ही अधिकारी निकला।
लोक सेवा आयोग में पेपर लीक मामले सामने आने के बाद जेई और एई भर्ती घोटाले की बातें भी सामने आई। जांच कर रही एसटीएफ को कुछ सबूत भी हाथ लगे। मामले में अब सीएम धामी ने जांच के आदेश कर दिए हैं। जिस तरह से पिछले जांचों में दौरान एक के बाद एक नए घोटाले सामने आए। ऐसा माना जा रहा है कि जांच के दौरान कुछ और भर्तियों तक भी जांच की आंच पहुंच सकती है।
हालांकि, जिस तरह से पहले नकल रोकने के दावे किए गए थे। उसी तरह एक बार फिर दावा किया जा रहा है। सीएम धामी के अनुसार आगामी कैबिनेट में हमारी सरकार सख्त नकल विरोधी क़ानून लाने जा रही हैं। सीएम के अनुसार हमारी कोशिश है कि एक बार पूरी सफाई हो जाए, जिसके बाद तमाम नकल करने वालों और नकल कराने वालों को सबक मिल जाए।
गौ तस्करी करने वालों पर गैंगस्टर एक्ट
आज ही एक और बड़ा फैसला भी सामने आया। गौ तस्करी करने वालों के खिलाफ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में गिरोह बनाकर पशुओं का अवैध रूप से परिवहन और उनकी तस्करी करने वालों के खिलाफ अब पुलिस कड़ा एक्शन लेगी। ऐसे लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सभी जनपद प्रभारियों को गौवंश संरक्षण अधिनियम 2007 से सम्बन्धित अभियुक्तों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में ऐसा पहली बार किया जा रहा है। इससे गौ तस्करी के मामलों में कुछ हद तक कमी आ सकती है।