उत्तर प्रदेश में अगली साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान शुरू हो चुका है। इस समय विपक्ष के निशाने पर भाजपा है। उत्तर प्रदेश में फिलहाल 2022 के मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बीच साढ़े चार साल में पहली बार सीएम योगी आदित्यनाथ की अचानक उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात से राज्य में अटकलें और भी ज्यादा तेज हो गई हैं। बता दें कि करीब साढ़े चार साल बाद आज मुख्यमंत्री योगी उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद के घर मुलाकात के लिए पहुंचे हैं।
बताया जा रहा है कि आज केशव प्रसाद के घर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कोर कमेटी के सदस्यों का लंच है। इस दौरान वहां आरएसएस के कृष्ण गोपाल भी मौजूद हैं। जहां एक तरफ भाजपा 2022 के चुनावों को लेकर रणनीति बनाने में लगी हुई है। वहीं दूसरी ओर सीएम पद को लेकर बवाल मचा हुआ है। हाल ही में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि अगली साल भी सीएम पद योगी आदित्यनाथ को ही दिया जाएगा। उनकी इस बात का विरोध करते हुए केशव प्रसाद ने बोला था कि “सीएम का फेस दिल्ली हाईकमान तय करेगा।”
बता दें कि बीते कुछ समय पहले बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने यूपी का दौरा किया था। इस दौरे में उन्होंने लखनऊ तीन दिनों तक लगातार बैठक की थी। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इस दौरान कई नेताओं से मुलाकात भी की थी। दौरा खत्म होने के बाद बीएल संतोष दिल्ली रवाना हो गए थे और रिपोर्ट बनाकर उन्होंने दिल्ली हाईकमान को सौंप दी थी। खबर है कि अब फिर एक बार बीएल संतोष उत्तर प्रदेश दौरे पर निकल चुके हैं और नेताओं से बातचीत कर रहे हैं।