नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024-25 का अंतिम परिणाम 22 अप्रैल 2025 को जारी कर दिया है। हर साल की तरह इस बार भी यह परीक्षा न सिर्फ भारत के सबसे कठिन, बल्कि सबसे प्रतिष्ठित मुकाबलों में से एक साबित हुई। और इस बार, प्रयागराज की शक्ति दुबे ने देशभर में टॉप कर यह साबित कर दिया कि मेहनत, धैर्य और माटी से जुड़ी जिद मिलकर चमत्कार कर सकती है। दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमश: हरियाणा की हर्षिता गोयल और डोंगरे अर्चित पराग रहे।
इस रिपोर्ट में हम परिणाम की प्रमुख बातें, टॉपर्स की प्रोफाइल, चयन प्रक्रिया, रिक्तियों की स्थिति, हिंदी माध्यम के उम्मीदवारों की स्थिति और आगे की राह पर रोशनी डालेंगे।
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तीन चरणों में होती है परीक्षा, लाखों में चुनिंदा ही सफल
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा तीन स्तरों पर आयोजित होती है—
1. प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – वस्तुनिष्ठ प्रकार की परीक्षा जो 16 जून 2024 को हुई।
2. मुख्य परीक्षा (Mains) – वर्णनात्मक पेपर, जो सितंबर 2024 में आयोजित हुए।
3. व्यक्तित्व परीक्षण (Interview) – 7 जनवरी से 17 अप्रैल 2025 के बीच।
अंतिम मेरिट लिस्ट मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के अंकों के आधार पर तैयार की जाती है। प्रारंभिक परीक्षा केवल स्क्रीनिंग के लिए होती है।
मुख्य आँकड़े: चयन, रैंक और रिक्तियां
कुल चयनित उम्मीदवार: 1,009
घोषित रिक्तियां: 1,129 (979 CSE + 150 IFoS)
PwBD के लिए आरक्षित: 50
प्रोविजनल उम्मीदवार: 241
रिज़र्व लिस्ट: 230 उम्मीदवार (सामान्य से 115, OBC से 59, SC से 14, ST से 6 आदि)
सफलता दर: अनुमानित तौर पर 0.1% से भी कम।
टॉपर्स की कहानी: मेहनत, मिसाल और मील का पत्थर
1. शक्ति दुबे (AIR 1)
गृह नगर: प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
शिक्षा: स्नातक – इलाहाबाद विश्वविद्यालय | मास्टर्स – BHU (बायोकेमिस्ट्री)
यूपीएससी यात्रा: पहली ही कोशिश में रैंक 1।
प्रेरणा: “मैं समाज में परिवर्तन लाना चाहती हूं।”
2. हर्षिता गोयल (AIR 2)
गृह नगर: हरियाणा
पेशेवर पृष्ठभूमि: चार्टर्ड अकाउंटेंट
3. डोंगरे अर्चित पराग (AIR 3)