गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश पुलिस ने भाजपा नेता बृजपाल तेवतिया पर हुए जानलेवा हमले की घटना के मामले में चौकाने वाले खुलासे किये हैं. मेरठ रेंज के आईजी सुजीत पांडेय ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में इस पूरे हत्याकांड की कहानी का खुलासा किया. यूपी पुलिस के मुताबिक तेवतिया पर हमला 17 साल पुराने हत्याकांड का बदला है. पुलिस के मुताबिक 17 साल पहले हुए सुरेश दीवान की हत्या का बदला लेने के लिये तेवतिया पर जानलेवा हमला किया गया. आईजी मेरठ ने मीडिया को बताया कि इसमें सुरेश दीवान का बेटा मनीष दीवान और चचेरा भाई मुख्य साजिशकर्ता के रूप में शामिल थे. सुजीत पांडेय ने मीडिया को यह जानकारी दी कि इस पूरे घटनाक्रम को अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिये अंजाम दिया गया.
मेरठ रेंज के आईजी के मुताबिक सुरेश दीवान के बेटों ने तेवतिया को ऊपर पहुंचाने के लिये मनीष ने अपने चचेरे भाई मनोज के साथ मिलकर साजिश की रचना की. वारदात को अंजाम देने से पहले तेवतिया के हर एक मूवमेंट की रेकी की गयी. पुलिस के मुताबिक ऐसे सबूत हाथ लगे हैं जिससे यह साबित होता है कि साजिश को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया. वारदात के दौरान रामकुमार स्कूटी से हर मूवमेंट की जानकारी दे रहा था. गाड़ी मनीष चला रहा था और उसी ने एके-47 से तेवतिया पर हमला किया था.
पुलिस के मुताबिक वर्ष 1999 में मनीष दीवान के पिता सुरेश दीवान की दिल्ली के शकरपुर में हत्या कर दी गयी थी. हत्या का आरोप बृजपाल तेवतिया पर लगा था. तेवतिया हमले में पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लिया है. पुलिस के मुताबिक अभी इस मामले में और गिरफ्तारी होनी बाकी है. मामले के मुख्य आरोपी मनीष और मनोज अभी भी फरार हैं. पुलिस को इन लोगों के अलावा और भी आरोपितों की तलाश है. पुलिस ने मीडिया को बताया कि हत्या की साजिश रूड़की में बनी थी. हमले से पहले पूरी तरह से जानकारी इकट्ठा की गयी थी. मामले में मोबाइल की बरामदगी बहुत बड़ी उपलब्धि है.
तेवतिया हमला मामले में पुलिस की 22 टीम लगी हुई है. इस मामले में अच्छा काम करने वाले पुलिसवालों को सम्मानित किया जायेगा. जिन सिपाहियों ने हथियारों की बरामदगी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा. आईजी के मुताबिक उन्हें 20-20 हजार रुपये का इनाम दिया जायेगा.