कोरो’ना वाय’रस के संक्रम’ण ने दुनिया भर में कोह’राम मचा रखा है। कोरो’ना संक्र’मण की वजह से सभी विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी काफी असर पड़ा है और अब संक्रम’ण के कारण ऑनलाइन पढ़ाई को तर्ज़ी दी जा रही है। इसी को मद्देनजर रखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) द्वारा चलाये जाने वाले स्कूलों में क्लास 6th से लेकर 12th तक के सिलेबस को 30 फीसदी काम कर दिया गया है। इस कोरो’ना काल में विद्यार्थियों की जैसे तैसे ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है। लेकिन सरकारी स्कूलों के कई विद्यार्थी ऐसे भी हैं जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई करने का कोई साधन नही है। ऐसे में स्टूडेंट्स को सिलेबस घ’टाने से एक बड़ी राहत मिली है। हर महीने स्टूडेंट्स को कितना कोर्स पढ़ाया जाएगा इसकी पूरी जानकारी शैक्षिक कैलेंडर में होगी। टीचर्स पढ़ाई सही से करा रहे हैं या नहीं, इसकी मॉनीटरिंग के लिए विद्यालय, जिला, मंडल व राज्य स्तर पर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को निर्मित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में जो बाकी 70 फीसदी सिलेब्स पढ़ाया जाएगा, उसको भी तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहले हिस्से में सिलेबस का वो हिस्सा होगा, जिसे कक्षावार, विषयवार और अध्यायवार वीडियो बनाकर ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा और स्वयंप्रभा व दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाएगा। दूसरे हिस्से में सिलेबस का वो हिस्सा होगा, जो स्टूडेस्ट्स द्वारा खुद पढ़ा जा सकता है। और तीसरे हिस्से में सिलेबस का वो हिस्सा होगा, जो प्रोजेक्ट वर्क के माध्यम से छात्रों को दिया जा सकता है।
उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा द्वारा बताया गया कि, विषय विशेषज्ञों की मदद से कक्षावार, विषयवार और अध्यायवार शैक्षिक कैलेंडर तैयार किया जा रहा है। हर महीने विद्यार्थियों का कितना सिलेबस कम्पलीट कराया जाएगा, इसका पूरा ब्योरा शैक्षिक कैलेंडर में होगा। टीचर्स द्वारा पढ़ाई सही से करई जा रही है या नहीं इसकी मोनिटरिंग के लिए विद्यालय, जिला, मंडल व राज्य स्तर पर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को निर्मित किया जाएगा। विषय विशेषज्ञों द्वारा हर एक क्लास के लिए प्रश्नबैंक बनाकर माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।